बड़ी कामयाबी- झीरम हमले में शामिल माओवादियों ने किया सरेंडर
तीनों नक्सली झीरम घाटी हमले में शामिल थे। एसपी के सामने तीनों नक्सलियों ने सरेंडर किया है। तीनों पर 1-1 लाख रुपए का ईनाम भी घोषित था।
सुकमा, जनजागरुकता। जंगल, पहाड़ों की खाक छानते और माओवादी विचारधारा से तंग आकर इनामी नक्सलियों ने अपने को समर्पण कर दिया है। इन पर बड़ा इनाम घोषित था। इससे छत्तीसगढ़ में पुलिस को बड़ी राहत मिली है। सुकमा जिले में 3 नक्सलियों ने जीवन की मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला किया है।
बताया जा रहा है कि तीनों नक्सली झीरम घाटी हमले में शामिल थे। एसपी के सामने तीनों नक्सलियों ने सरेंडर किया है। तीनों पर 1-1 लाख रुपए का ईनाम भी घोषित था। बता दें कि, झीरम घाटी में 25 मई 2013 को छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ था। इस हमले में नक्सलियों ने 32 लोगों की बर्बरता से हत्या कर दी थी।
इसमें वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा समेत छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। राज्य सरकार ने भी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया, लेकिन एनआईए द्वारा जांच रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण अब तक जांच पूरी नहीं हो पाई।
सरकार की योजना से नक्सली शांति की राह पर
इधर बचेली से जानकारी मिली है कि जिला दन्तेवाड़ा में सुन्दरराज पी (भापुसे) पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, कमलोचन कश्यप (भापुसे) उप पुलिस महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज, विकास कठेरिया (भापुसे) उप पुलिस महानिरीक्षक(परिचालन) सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज, गौरव राय (भापुसे) पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा एवं रामकुमार बर्मन (रापुसे) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से सफलता मिल रही है। माओवादी शांति की राह की ओर मुड़ रहे हैं।
आदिवासियों पर अत्याचार से तंग आकर हिंसा की राह छोड़ी
राज्य शासन की ‘पुनर्वास नीति‘ के प्रचार-प्रसार एवं दन्तेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से नक्सली प्रभावित हो रहे हैं। नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने से वे शांति की ओर आगे बढ़ रहे हैं। वहीं वे स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर हिंसक राह छोड़ दी है।
इन्होंने किया सरेंडर
बताया गया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन के भैरमगढ़ एरिया कमेटी अन्तर्गत कार्यरत फुलगट्टा पंचायत के 2 माओवादी व फुलगट्टा पंचायत मिलिशिया कमाण्डर सरजू भोगाम पिता स्व. बुगूर भोगाम (30वर्ष) जाति मुरिया, निवासी फुलगट्टा करियारपारा, थाना मिरतुर जिला बीजापुर एवं फुलगट्टा पंचायत जनताना सरकार सदस्य अनतराम भोगाम पिता स्व. सोमारू भोगाम (29वर्ष) जाति मुरिया, निवासी फुलगट्टा पेद्दापाल, थाना मिरतुर जिला बीजापुर द्वारा 21 जुलाई 2023 को पुलिस में सरेंडर किया गया।
158 ईनामी माओवादी जुड़े समाज से
आत्मसमर्पण कराने में सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा। लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 158 ईनामी माओवादी सहित कुल 611 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
आत्मसमर्पित माओवादी सरजू इन घटनाओं में शामिल था..
वर्ष 2006-07 में गीदम से बीजापुर जाने वाली मुख्यमार्ग पर ग्राम बोदली मरीनंदी फुल के पास 03-04 अलग-अलग स्थानों पर रोड खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
वर्ष 2010-11 में नेलसनार से मिरतुर जाने वाली मुख्यमार्ग पर ग्राम तालनार-कोडोली के मध्य लगभग 04-05 अलग-अलग स्थानों पर रोड खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
इसके अलावा नक्सली बंद के दौरान फुलगट्टा, मिरतुर, नेलसनार मार्ग पर नक्सली बैनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।
आत्मसमर्पित माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 25-25 हजार रुपए पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा द्वारा प्रदाय किया जायेगा एवं शासन की पुनर्वास योजना की तहत सभी प्रकार के लाभ प्रदाय कराया जाएगा।