नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल 53 ड्रोन पकड़े, सीमा पर एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात

गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने मंगलवार को लोकसभा में एक सवाल पर लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल 53 ड्रोन पकड़े, सीमा पर एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात

नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। पड़ोसी राज्यों की भारत विरोधी कामों पर अंकुश लगाने, नशीले पदार्थों की ड्रोन से तस्करी रोकने, देश की सुरक्षा के प्रति हम बेहद सजग हैं। एक सवाल पर गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने मंगलवार को लोकसभा में लिखित उत्तर में यह बातें कहीं। 

प्रमाणिक ने बताया कि राष्ट्र विरोधी तत्व और तस्कर पंजाब राज्य में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे थे। इसमें शामिल ड्रोन की बरामदगी की 53 घटनाएं हुई हैं।

गृह राज्य मंत्री निसिथ ने बताया कि बीएसएफ सीमा पर चौबीसों घंटे निगरानी कर रहा है। गश्त, नाकेबंदी, बाड़ का निर्माण, सीमा फ्लड लाइट की स्थापना के साथ खुफिया तंत्र को मजबूत किया गया है। ड्रोन के खतरों से निपटने एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं। वहीं एक एंटी-रग ड्रोन एसओपी तैयार किया गया है। सीसीटीवी, पीटीजेड कैमरे, आईआर सेंसर और इन्फ्रारेड अलार्म से लैस वाहनों की तैनाती भी की गई है।

ड्रोन की बरामदगी की 53

गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में आगे कहा कि राष्ट्र विरोधी तत्व और तस्कर पंजाब राज्य में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे थे। पिछले 3 वर्षों में और 30 जून, 2023 तक तस्करी में शामिल ड्रोन की बरामदगी की 53 घटनाओं का पता चला है।

सीमा पर बाड़ के साथ फ्लड लाइट की व्यवस्था

लोकसभा में राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने आगे कहा कि देश की सुरक्षा में सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं। "सीमा पर चौबीसों घंटे निगरानी कर बीएसएफ प्रभावी नियंत्रण कर रहा है। गश्त, नाकाबंदी, निगरानी चौकियों पर तैनाती की गई है।" अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा बाड़ का निर्माण। अंधेरे के दौरान क्षेत्र को रोशन करने बाड़ के साथ फ्लड लाइट लगाने और खुफिया नेटवर्क को मजबूत किया गया है।

सीमा पर कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम स्थापित

देश की सुरक्षा में आगे प्रमाणिक ने कहा कि सीसीटीवी/पीटीजेड कैमरे, आईआर सेंसर और इन्फ्रारेड अलार्म से लैस वाहनों और अतिरिक्त विशेष निगरानी उपकरणों और एकीकृत निगरानी तकनीक को तैनात कर निगरानी को मजबूत किया गया है। पंजाब राज्य सहित भारत-पाकिस्तान सीमा पर विस्तृत नक्शों के साथ नजर रखी जा रही। अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम भी स्थापित किया गया था।

ड्रोन पर खास नजर, जनता को जागरूक किया जा रहा

ऐसे किसी भी ड्रोन के बारे में पता चलते ही स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचित किया जाता है।" आंतरिक इलाकों में तलाशी के लिए गतिविधि देखी जाती है। ड्रोन के गिराए जाने वाले संदिग्ध क्षेत्रों में नियमित रूप से डेप्थ नाके लगाए जाते हैं।'' जनता को ड्रोन के प्रति जागरूक किया गया है। और उन्हें पीछे के क्षेत्रों में ऐसी किसी भी गतिविधि के बारे में बीएसएफ के साथ स्थानीय पुलिस को सूचित करने के लिए कहा जा रहा है। वहीं "एमएचए ने डीजी बीएसएफ की देखरेख में एंटी रॉग ड्रोन टेक्नोलॉजी कमेटी (एआरडीटीसी) की स्थापना की है।

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