सरकारें अपना राज धर्म निभाएं, पीड़ितों को न्याय दें- सर्व आस्था मंच

नूंह व मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों के लिए प्रार्थना कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। केंद्र, मणिपुर और हरियाणा सरकारों से मांग की और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

सरकारें अपना राज धर्म निभाएं, पीड़ितों को न्याय दें- सर्व आस्था मंच

रायपुर, जनजागरुकता। मणिपुर और हरियाणा में हिंसा के विरोध में रविवार को राजधानी में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की छांव तले सभी धर्मों के प्रतिनिधि और देशभक्त जुटे। उन्होंने मृतकों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना की व श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों राज्यों और केंद्र सरकारों से वहां शांति स्थापित करने का अनुरोध किया। सर्व आस्था मंच के तत्वावधान में विभिन्न धर्मगुरु ने विश्वशांति के लिए दुआ मांगी।  इसके बाद राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। 

नूंह और मणिपुर में पीड़ितों को सुरक्षा दी जाए- बिशप विक्टर हेनरी

आर्च बिशप विक्टर हेनरी ठाकुर ने कहा कि हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अहिंसा और प्रेम के पुजारी थे। छत्तीसगढ़ वासी भी उसी रास्ते पर चलने में विश्वास करते हैं। हरियाणा के नुह और मणिपुर में पीड़ितों को सुरक्षा दी जाए। उनकी भलाई के काम की जाएं। हमारी राष्ट्रीय एकता को अक्षुण रखा जाए।  ऐसा लगता है कि मणिपुर की घटनाएं प्रायोजित है।  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई ने कहा था कि राष्ट्र अध्यक्ष को अपना राज धर्म निभाना चाहिए। यही आज की भी जरुरत है।

प्रजातंत्र में नागरिकों की रक्षा जरूरी- बिशप अजय

सी एन आई के बिशप  अजय उमेश जेम्स ने कहा कि देश के नागरिक प्रजातंत्र की रक्षा के हिमायती हैं। प्रजातंत्र में दायित्व और नागरिकों रक्षा करनी चाहिए। 

आदमी हो तो आदमी को प्यार दो- फैजल रिजवी

एडवोकेट फैजल रिजवी ने कहा कि जो जल रहा है उसे अंगारे दो। आदमी हो तो आदमी को प्यार दो। 

सत्ता डराने के लिए नहीं होनी चाहिए- मनमोहन सेलानी

मनमोहन सेलानी ने कहा कि भारत नानक, कबीर, फरीद और  संत महात्माओं की भूमि है। यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, जैन, फारसी की बात नहीं है, बल्कि इंसानियत की बात है। सत्ता डराने के लिए नहीं पर लोगों को संभालने के लिए होनी चाहिए। जिनको हमने चुना वही हमें चुन चुन कर मार रहे हैं।

इंसानों को इंसानों से न लड़ाया जाए- निसार अली

प्रसिद्ध रंग कर्मी निसार अली ने कहा कि लड़ाई बेरोजगारी मुफलिसी गरीबी की खिलाफ लड़ी जानी चाहिए। ना कि इंसानों को इंसानों से लड़ाना चाहिए। 

इन्होंने संबोधित किया

सर्व आस्था मंच के अध्यक्ष द मोस्ट आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर, सीएनआई के बिशप द राइट रेवरेंड अजय उमेश जेम्स, सचिव नितिन लारेंस, सरदार मनमोहन सैलानी व एडवोकेट फैसल रिजवी, रंगकर्मी निसार अली, प्रेमशंकर गौटिया, फादर सेबेस्टियन पी, सिस्टर दीपिका, रुचि धर्मराज, मेरी ने भी संबोधित किया। अनेक समाजसेवी, धर्मगुरू, धर्म बहिनें, पास्टर्स, फादर्स, प्रदेश व देश की शांति व विकास के हिमायती नागरिक शामिल हुए। संचालन जॉन राजेश पॉल ने किया। 

ये लोग थे मौजूद 

इस दौरान राजेश लाल, अजय जॉन, सुदेश दास, दीपक गिड़ियन, पादरी हेमंत टिमोथी, पादरी सुनील, पादरी अब्राहम दास, पादरी असीम प्रकाश विक्रम, मार्थोमा चर्च के मोहन सी सैमुअल, वसंत तिर्की, गुरविंदर चड्ढा, सेंट मैथ्यूज चर्च की सचिव अर्पणा कौशिक, लिली भागीरथी, सुरेश मसीह, विभोर सिंह, ज्ञानमणि पाल, रीना सुहेल एहसान आलोक चौबे, अंजू सोलोमन, डॉक्टर अमूल्या,ग्रेस चर्च के सचिव प्रणय आसना सारिका रॉबर्ट्स, मास्टर दिशान रॉबर्ट्स, नवीन विसली, सुमा विसली, मंजीत गार्डिया, केवल टाँडी, सभी डिनॉमिनेशन, संस्थाएं, संगठन, समाजसेवी भी शामिल हुए।

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