सरकार सख्त- हड़ताली शिक्षकों को नोटिस, नहीं लौटे तो बर्खास्तगी की कार्रवाई
इधर संगठन ने कहा- हम कार्रवाई के लिए तैयार हैं। शिक्षकों की हड़ताल से स्कूलों में तालेबंदी की स्थिति है। कार्रवाई के लिए डीपीआई के निर्देश के बाद सभी संयुक्त संचालक डीईओ को आदेश दिए हैं।
रायपुर, जनजागरुकता। पुरानी मांगों पर अड़े शिक्षकों की हड़ताल से स्कूलों में तालेबंदी की स्थिति है। बच्चों की पढ़ाई पर खासे असर पड़ रहा है। इससे प्रदेश में स्कूलों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। ऐसे में सरकार सख्त नजर आ रही है। शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को आदेशित किया गया है।
इसी के तहत कार्रवाई के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। डीपीआई के निर्देश के बाद शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी होना शुरू हो गया है। गुरुवार को कुछ जिलों से ही नोटिस जारी हुआ है, लेकिन शुक्रवार-शनिवार तक सभी जिलों से नोटिस जारी हो जाएंगे।
शिक्षा विभाग के अधिकारी के मुताबिक DPI के निर्देश के बाद सभी संयुक्त संचालक कार्यालय की तरफ से सभी जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई का निर्देश दिया गया है, जिसके बाद 10 अगस्त से हड़ताल पर चल रहे शिक्षकों को पहले नोटिस जारी किया जा रहा है और फिर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जायेगी।
आदेश मिला है, नोटिर जारी करेंगे
मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार उन्हें कार्रवाई का निर्देश मिला है। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से नोटिस जारी किया जाना है, इसलिए सूची मंगायी गयी है। शुक्रवार तक सूची आने के बाद शनिवार या सोमवार तक सभी को नोटिस जारी कर दिया जाएगा। नोटिस के बाद जो भी विभाग का निर्देश होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
फेडरेशन हड़ताल से पीछे हटने तैयार नहीं
राज्य सरकार शिक्षकों के प्रति सख्ती बरतना शुरू कर दी है। पिछले दिनों अधिकारियों ने हड़ताली संगठन को इस बात के संकेत भी दिये थे कि अगर वो हड़ताल से नहीं लौटे, तो उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जायेगी। इधर हड़ताली संगठन सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन हड़ताल से पीछे हटने को तैयार नहीं है।
साढ़े चार साल तक मांग करते रहे, अब बर्दाश्त नहीं
फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा है कि हमने पहले ही कहा था कि आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए हम उतरे हैं। साढ़े चार साल तक हम लोग अनुरोध करते रहे, लेकिन मांगें नहीं मानी गयी। इस बार बर्खास्त हो जाएं या सस्पेंड, फर्क नहीं पड़ता। हम कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं। लेकिन बिना मांगे पूरी हुए नहीं लौटेंगे। जेल भरो आंदोलन हमारा यथावत रहेगा। कोरिया जिले में नोटिस मिलना शुरू हो गया है। वहीं सक्ती जिले से हड़ताल पर गये शिक्षकों की सूची मंगाई गई है।