रिसर्च में क़्वालिटी मेथड आवश्यक है- डॉ. रेखा आचार्य

डीबी गर्ल्स कॉलेज रायपुर में रिसर्च मैथडालॉजी को बढ़ावा देने कार्यशाला जारी। देशभर से शोधार्थी एवं प्राध्यापक पहुंचे हैं।

रिसर्च में क़्वालिटी मेथड आवश्यक है- डॉ. रेखा आचार्य

रायपुर, जनजागरुकता। रिसर्च मैथडालॉजी को बढ़ावा देने के लिए शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय में कोर्स को प्रोत्साहित करने कार्यशाला जारी है। यहां देशभर से शोधार्थी व मार्गदर्शक भागीदारी दे रहे हैं। षष्ठम दिवस विषय विशेषज्ञों के पहले रविवार 27 अगस्त को कार्यशाला में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने मार्गदर्शन दिया। डॉ. गजपाल ने कहा रिसर्च के लिए अपने विषय, क्षेत्र और इतिहास को समझना आवश्यक है। 

इस दौरान देवी अहिल्या विश्विद्यालय में सोशल साइंस की डीन विषय विशेषज्ञ डॉ. रेखा आचार्य ने कहा कोई भी व्यक्ति जो रिसर्चर बनना चाहता है उसे अपने फील्ड में अपने एरिया को समझना होता है। कोई भी पर्टिकुलर चीज़ कभी भी उसका महत्व कम नहीं होता, बल्कि समय के अनुसार परिवर्तन होते रहता है। 

रिसर्च में कारक तत्वों को जानना आवश्यक

डॉ. रेखा आचार्य ने बताया कि रिसर्च में परिचय कैसे दें? क़वान्टेटिव रिसर्च में कारक तत्वों को जानना आवश्यक है। इसके तहत 1. रिसर्च ऑब्जेक्ट 2. सैम्पल प्लान 3.रिसर्च डिजाइन 4.डाटा कलेक्शन 5.डाटा एनालिसिस शामिल है। रिसर्च हमेशा क्रमानुसार होता है। पर्सनल रिसर्च प्लान डिजाइन करना चाहते हैं या समूह में रिसर्च करना है यह नियत करना जरूरी है।

प्रत्येक शोध के तीन आधार..

हर रिसर्च के तीन आधार है- नॉलेज, पालिसी, प्रैक्टिस। जैसे डोमेस्टिक वायोलेन्स में अगर हम रिसर्च करेंगे तो पहले मध्य में और अब जो कानून है उससे हम डोमेस्टिक वाइलेंस को कहां तक रोक पायेंगे। हमारा रिव्यूह क्या है? ये जरूरी है। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. उषाकिरण अग्रवाल ने प्रतिभागियों को गानों के माध्यम से कार्य के प्रति रुझान पैदा किया। कार्यक्रम के सह- संयोजक डॉ. हुंदैत ने विषय विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया।

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