'हां, मैं सावित्री बाई फूले' नाटक ने दिया नारी जागरूकता का संदेश
शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अजीम प्रेम जी फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में अंजोर कम्युनिकेशन्स, पुणे ने नाटक का मंचन किया।
रायपुर, जनजागरुकता। शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रायपुर में प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल के मार्गदर्शन में महाविद्यालय और अजीम प्रेम जी फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में अंजोर कम्युनिकेशन्स, पुणे ने 'हां, मैं सावित्री बाई फूले' नाटक मंचन किया गया।
प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने कहा कि सावित्री बाई फूले उस दौर में जब स्त्री समाज में स्त्रियों की दशा बहुत अच्छी नहीं थी। उन्होंने महिलाओं को आगे आने के लिए जगाया। इस नाटक के माध्यम से फूले की जीवनी पर प्रकाश डाला गया है।
आइक्यूएसी प्रभारी डॉ. उषा किरण अग्रवाल ने नाटक के उद्देश्य को प्रस्तुत किया। एक दलित स्त्री के द्वारा स्त्री शिक्षा के लिए बहुत से विद्यालय खोले। महिलाओं की विभिन्न समस्याओं को भी सावित्रीबाई फुले ने अपने जीवन की साधना समझी।
नाटक की कलाकर सुभांगी, शिल्पा ने बखूबी कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के पुरुषोत्तम सिंह के साथ बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।