चुनावी रणनीति तैयार करने कांग्रेस समितियों की बैठक शुरू
सीएम भूपेश बघेल सैलजा और बैज की मौजूदगी में प्रबंधन, घोषणा, संचार समेत 6 समितियों की बैठक जारी है।
रायपुर, जनजागरुकता। विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पूरी तरह तैयारी में लगी हुई है। इसके लिए बनाई गई 6 प्रमुख समितियों की बैठकें शुक्रवार को राजीव भवन में शुरू हो गई है। यह बैठक देर शाम तक चल सकती है। बैठकों में कांग्रेस समितियों की चुनावी रणनीति तैयार करेगी। चुनाव के लिए बनाई गई चुनाव घोषणा पत्र, चुनाव प्रबंधन, चुनाव प्रचार, संचार विभाग, प्रोटोकाल और अनुशासन समिति की जिम्मेदारी अलग-अलग दिग्गज नेताओं को सौंपी गई है।
इस बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ दीपक बैज, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, स्पीकर डॉ. चरणदास महंत, वन मंत्री मोहम्मद अकबर सहित सभी बड़े नेता शामिल हो रहे हैं।
बैठक में अभी तक प्रदेश सरकार के कामकाज और केन्द्र सरकार की नाकामियों को लेकर जनता की बीच पहुंचाने पर चर्चा होगी। बताया गया है कि इस बार के घोषणा पत्र में पिछली बार की तरह ही ऐसे विषयों को शामिल किया जाएगा जिसे सरकार में आते ही पूरा कर सकें।
फेक न्यूज पर वार रूम से मॉनिटरिंग
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान फेक न्यूज और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए तस्वीरों और वीडियो से होने वाली छेड़छाड़ राजनीतिक दलों के लिए बड़ी चुनौती है। कांग्रेस इन चुनाैतियों से निपटने की तैयारी में जुटी हुई हैं। बाकायदा इसके लिए मॉनिटरिंग, रिसर्च और फैक्ट चेक टीम तैयार की है। बताया जा रहा है कि पार्टी के खिलाफ किसी भी तरह के फेक न्यूज की मॉनिटरिंग के लिए राजधानी स्थित वार रूम में 8 से 10 लोगों की टीम तैनात कर रखी है।
फर्जी समाचारों की सूचना तत्काल देंगे
वार रूम से ही सभी लगातार सोशल मीडिया पर चल रहे न्यूज की मॉनिटरिंग करते हैं। सभी 90 विधानसभा में तैनात सोशल मीडिया टीम के सदस्यों को विशेष निर्देश दिया गया है कि कहीं पर भी यदि पार्टी विरोधी काेई ऑडियाे, वीडियो या मैटर पोस्ट हो तो उसकी जानकारी तत्काल वार रुम में तैनात तकनीकी टीम को दें। अत्याधुनिक वार रूम में आईटी और टेक्नीकल एक्सपर्ट्स की 250 से ज्यादा लोगों की टीम तैनात की गई है। जो 24 घंटे, सातों दिन लगातार काम करेंगे।
तथ्यों के साथ जारी करेंगे न्यूज
बताया गया है कि चुनाव के दौरान बड़े नेताओं के भाषण और बयानों के कुछ अंश काटकर तेजी से वायरल किए जाते हैं। ऐसे वायरल मैसेज और वीडियो को पकड़ने के लिए टीम के पास पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। ऐसे वीडियो के वायरल होते ही इसकी पूरी जांच-पड़ताल कर तथ्यों के साथ इसे जारी कर दिया जाएगा। वहीं वार रूम की टीम के पास प्रदेश के ब्राड कास्टिंग और व्हाट्सएप ग्रुप पर पूरी नजर है। यदि किसी ग्रुप में पार्टी की छवि खराब करने वाले वीडियो या मैसेज डाले जाएंगे तो मैसेज डालने वाले तक पहुंचकर उसे आईटी कानून के बारे में जानकारी दी जाएगी।