झुलस गया- बिना सुरक्षा खंभे में चढ़ा दिया गया, चिपक गया कर्मचारी
बिजली विभाग के अधिकारी और ठेकेदार कर्मचारियों के दुश्मन बने हुए हैं। खतरनाक कामों के बीच काम करने वालों की सुरक्षा की अनदेखी की जाती है।
जगदलपुर, जनजागरुकता। (Jagdalpur News) बिजली विभाग में फिल्ड का काम बेहद खतरनाक और जनलेवा होता है। आएदिन कोई न कोई बड़ी घटना होते रहती है। पर भी विभाग के जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग और ठेकेदारों की मनमानी किसी से छुपी नहीं है। कर्मचारियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। बिना सुरक्षा पैसे बचाने के लिए उन्हें जोखिम भरे काम के लिए मजबूर किया जाता है।
इसका उदाहण फिर सामने आया है। फिर एक कर्मचारी की जान पर बन आई है। कर्मचारियों के अनुसार ठेकेदार रवि अनकइया के अंडर में काम कर रहे हैं पर, दौड़ते करंट के बीच बिजली खंभे में काम करने को मजबूर किया जाता है। उन्हें सेफ्टी उपकरण भी नहीं दिया जात। विभाग के ऑपरेटर की लारवाही से यह हादसा हुआ है।
सुरक्षा के बगैर काम करने को मजबूर
यह घटना दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण थाना क्षेत्र के चिंगपाल में हुई है। बिजली खंभे पर चढ़ा युवक ऑपरेटर की लापरवाही की वजह से करंट की चपेट में आ गया, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया। घायल को बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती कराया गया। घायल करीब 36 से 40 प्रतिशत के बीच जल गया था।
18 साल का है घायल
मामले के बारे में घायल के साथियों ने बताया कि धमतरी जिले के नगरी सिहावा में रहने वाला 18 वर्षीय मनीष नेताम अपने 8 साथी झुमुक निषाद, विभीषण, मनीष कुमार, राहुल, राजू के अलावा अन्य के साथ सीएसपीडीसीएल के बिजली का काम करने के लिए आए थे। चिंगपाल में मनीष नेताम अपने साथियों के साथ ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ना था।
बिना जांच ऑपरेटर ने लाइन बंद है कह दिया
साथियों ने बिजली विभाग के मुख्य ऑफिस में बैठे ऑपरेटर को लाइन बंद करने की बात कही। ऑपरेटर ने बिना मुख्य लाइन को बंद किए ही लाइन बंद होने की बात कह दी। जिसके बाद मनीष नेताम ट्रांसफार्मर की बाइन्डिंग करने के लिए जैसे ही खंभे को पकड़ा तो करेंट लगने के बाद युवक झुलस गया।
40 प्रतिशत झुलसा
आनन-फानन में साथियों ने उसे कटेकल्याण के स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां से बेहतर उपचार के लिए दंतेवाड़ा ले जाया गया, खराब हालत को देखते हुए उसे मेकाज भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि युवक 36 से 40 प्रतिशत के बीच झुलसा है। जिसे बेहतर उपचार के लिए वार्ड में भर्ती किया गया है। कर्मचारियों ने बताया सभी ठेकेदार रवि अनकइया के अंडर में काम करते हैं। बिजली खंभे में काम करने के दौरान उन्हें सेफ्टी उपकरण भी नहीं दिया गया था।