दूसरी सूची से पहले असंतोष से सहमा बीजेपी हाईकमान
मामला शांत करने, कार्यकर्ताओं को संतोष करने भाजपा नेताओं की दिल्ली में बैठक चल रही है। संभावित सूची में फेरबदल किए जाने की सूचना मिल रही है।
नई दिल्ली/रायपुर, जनजागरुकता डेस्क। विधानसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में काफी सरगर्मी है। कांग्रेस सत्ता में है और भारतीय जनता पार्टी सत्ता हथियाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है। प्रत्याशियों के चयन पर गहनता के साथ मंथन किया जा रहा है। बीजेपी की पहली सूची में कोई विवाद की स्थिति नहीं बनी।
पर दूसरी सूची के तैयार होने से पहले ही नामों की सूची लिक हो गई और बीजेपी में हंगामा खड़ा हो गया। शिकायत, नाराजगी का दौर शुरू हो गया। इसलिए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची को लेकर बीजेपी बेहद संवेदनशीलता के साथ दिल्ली में गहन मंथन कर रही है।
प्रदेश प्रभारी के आवास पर दिल्ली में मंथन
इसी बात पर प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के दिल्ली स्थित आवास में भाजपा नेताओं की बड़ी बैठक चल रही है। बैठक में चुनावी रणनीति पर भी रायशुमारी की जा रही है। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल सूची के बाद कई सीटों पर उपजे कार्यकर्ताओं के असंतोष पर चर्चा की जा रही है। स्थिति को देखते हुए कुछ सीटों पर नए नाम को लेकर चर्चा होने की बात की जा रही है।
खुलकर विरोध दर्ज कराया
पुराने नेताओं को रिपिट करने का मुद्दा बीजेपी में छाया हुआ है। वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। रायपुर, दुर्ग, बालोद, बिलासपुर जिले के कई सीटों पर कार्यकर्ताओं ने खुलकर विरोध दर्ज कराया है। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने राजधानी पहुंचकर पार्टी के वरिष्ठों के सामने अपना विरोध भी दर्ज कराया है। कहा कि ऐसा किया जाता है तो हमारा साथ नहीं मिलेगा।
संभावित सूची में होगा फेरबदल
माना जा रहा है कि भाजपा में पहली बार कई सीटों पर असंतोष की स्थिति बनती दिखाई दे रही है। इसके कारण भाजपा संभावित सूची में शामिल कई नाम बदल सकने की बात सामने आ रही है। पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा और रमशीला साहू को छोड़कर सभी पूर्व मंत्रियों को टिकट देने के फार्मूले पर भी कार्यकर्ताओं में नाराजगी की खबर सामने आई है।
ऐसा भी किया जा सकता है
मामले में सूत्रों के अनुसार बेमेतरा, साजा, धरसीवां सहित कई सीटों पर पार्टी के वरिष्ठ नेता नाम बदलने पर विचार कर रहा है। अभी के विरोध को देखते हुए भाजपा हाईकमान राजिम, तखतपुर, बेमेतरा, बलौदाबाजार, बालोद, भिलाई जैसी सीटों पर दूसरी पार्टी से भाजपा में आये लोगों को टिकट से वंचित भी कर सकती है। उपजे असंतोष के बाद चर्चा चल पड़ी है कि पूर्व सीएम रमन सिंह को चुनाव मैदान में न उतारकर उनके बेटे को विधानसभा चुनाव लड़ाया जाएगा।
यहां है चौकाने वाली बात
वहीं असंतोष के बीच सबसे ज्यादा चौकाने वाला नाम बेमेतरा व वैशालीनगर विधानसभा का बताया जा रहा है। जहां पार्टी के बाहर के व्यक्ति को या जिसे कार्यकर्ताओं से मतलब नहीं है, केवल एप्रोच के दम पर टिकिट दिए जाने के लिए या खिलाफ में बीजेपी का एक धड़ा अड़ा हुआ है। इस वजह से बताया जा रहा कि दूसरी सूची जारी करने में और समय लग सकता है। बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव समेत कई नेता मौजूद हैं। janjaagrukta.com