ऐसी एक्टिंग कि घबराया था आतंकी हाफिज सईद, छत्तीसगढ़ के रहवासी बॉलीवुड एक्टर शहनवाज का निधन

बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी शहनवाज प्रधान का शुक्रवार की रात फिल्मी सीटी मुंबई में निधन हो गया।

ऐसी एक्टिंग कि घबराया था आतंकी हाफिज सईद, छत्तीसगढ़ के रहवासी बॉलीवुड एक्टर शहनवाज का निधन


रायपुर, जनजागरुकता। बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी शहनवाज प्रधान का शुक्रवार की रात फिल्मी सीटी मुंबई में निधन हो गया। एक कार्यक्रम के दौरान 58 साल के प्रधान को हार्ट अटैक आया था। तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

शहनवाज प्रधान का अंतिम संस्कार शनिवार को मुंबई के मजगांव में किया गया।शाहनवाज प्रधान के को-एक्टर राजेश तैलंग ने अभिनेता के निधन की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट पर लिखा- ‘शाहनवाज भाई आखिरी सलाम! क्या गजब के जहीन इंसान और कितने बेहतर अदाकार थे आप, मिर्जापुर के दौरान कितना सुंदर वक्त गुजारा आपके साथ, यकीन नहीं हो रहा।


मशहूर वेब सीरीज मिर्जापुर में शहनवाज ने 'गुड्डू भैया' के ससुर का किरदार निभाया था। पुलिस अफसर परशुराम गुप्ता का कैरेक्टर वेब सीरीज में काफी अहम था। एक्टर पंकज त्रिपाठी के साथ भी शहनवाज के काफी सीन वेब सीरीज में इस्तेमाल किए गए थे। मिर्जापुर 3 की तैयारी में भी शहनवाज शामिल थे। इसकी शूटिंग शुरू कर चुके थे।

इनकी एक्टिंग से हाफिज सईद घबराया था
कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में शहनवाज प्रधान ने अपनी जिंदगी से जुड़े दिलचस्प और डराने वाली कहानी बताई थी। सैफ अली खान, कैटरीना कैफ की फिल्म फैंटम में हाफिज सईद से प्रेरित किरदार हारिफ शहनवाज ने ही निभाया था। बिल्कुल हू ब हू हाफिज सईद की तरह उनका कैरेक्टर स्क्रीन पर नजर आ रहा था। ये किरदार आतंकी हाफिज को कतई पसंद नहीं आया।


पाकिस्तान में बैन करवा दिया था
हाफिज ने तब अपने रसूख से इस फिल्म को पाकिस्तान में बैन करवा दिया था। कुछ आतंकी समर्थकों ने शहनवाज को मारने की धमकी दी थी। इस वजह से कुछ दिन शहनवाज को अंडर ग्राउंड करके रखा गया था और ये बात जाहिर नहीं होने दी गई थी कि उन्होंने ही ये किरदार प्ले किया था। फिल्म फैंटम के इस किरदार में शहनवाज को उनके कई करीबी दोस्त भी पहचान नहीं पाए थे।

नहीं कहा पाकिस्तान जिंदाबाद
मीडिया से चर्चा में फैंटम फिल्म को लेकर प्रधान ने तब बताया था कि सेंसर से रिलेटेड कारणों के कारण फिल्म के इस किरदार का नाम हरीफ रखा गया। फिल्म के सीन में एक बड़ी रैली होती है। इसी सीन में फिल्म के हीरो सैफ अली हाफिज पर अटैक करने पहुंचते हैं। 3000 लोग मेरी स्पीच सुन रहे थे। उस दौरान मुझे लोगों से 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगवाने थे। मैंने जैसे ही माइक में पाकिस्तान बोला, तो लोगों ने जिंदाबाद बोलने से इनकार कर दिया।

रायपुर के तंग गलियों से जुड़ी हैं यादें
राजधानी रायपुर के बैजनाथ पारा की तंग गलियों से उनकी यादें जुड़ी हुई हैं। यहीं के थियेटर से ही वे एक्टिंग की बारीकियां जानी। एक थिएटर ग्रुप से जुड़कर अभिनय की दुनिया में कदम रखा। प्रधान ने आनंद वर्मा, मिर्जा मसूद, जलील रिजवी और हबीब तनवीर जैसे गुरुओं के सानिध्य में अभिनय की बारीकियां सीखी। 1991 से मुंबई में जाकर टेलीविजन और फिल्मों में काम करने लगे।

नंदबाबा का किरदार रहा यादगार

बता दें कि श्रीकृष्णा में नंदबाबा का किरदार शहनवाज ने ही किया, अलिफ लैला में सिंदबाद बने थे। अपने गुरु हबीब तनवीर के साथ करीब 5 साल तक थिएटर करने के बाद शहनवाज श्याम बेनेगल और सुधीर मिश्रा से मिले। इसमें तनवीर ने उनकी मदद की। फिर एक के बाद एक कई किरदार शहनवाज को मिले। शहनवाज एक वॉइस ओवर आर्टिस्ट भी थे, बैटमैन सीरीज की मशहूर फिल्म द डार्क नाइट में उन्होंने वॉइस ओवर भी किया था। janjaagrukta.com