चीफ जस्टिस का डीपी लगाकर 2 हजार किमी दूर मिजोरम से ऑनलाइन ठगी की कोशिश, दो गिरफ्तार
चीफ जस्टिस का फोटो व्हाट्सएप के डीपी में लगाकर ठगी का मामला सामने आने से शहर सहित पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई।
बिलासपुर। हाईकोर्ट चीफ जस्टिस का फोटो व्हाट्सएप के डीपी में लगाकर अंबिकापुर के जिला सत्र न्यायाधीश को मैसेज करने के बाद मिजोरम के आईजोल से दो ठगों को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी राजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि मामले में दो आरोपियों को 2 हजार किमी दूर मिजोरम के आइजोल से गिरफ्तार किया गया है और उन्हें बिलासपुर लाकर पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है।
कुछ दिनों पहले हाईकोर्ट के प्रोटोकॉल अधिकारी संजीव सिंह ने चकरभाठा थाने में शिकायत कराई थी कि चीफ जस्टिस अरुण कुमार गोस्वामी का फोटो लगाकर ठगी की कोशिश की जा रही है। यह जानकर पुलिस सकते में आ गई। पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर ठगों द्वारा वॉट्सएप मैसेंजर, मोबाइल नंबर 6033151630 के धारक की पतासाजी की। आरोपी ने अंबिकापुर जिला न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश बिहारी घोरे के व्हाट्सएप पर मैसेज किया। मैसेज में बताया गया था कि अमेजान गिफ्ट कार्ड अरेंज करने टेक्स्ट किया गया है। मैसेज देखते ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने तत्काल पुलिस एवं चीफ जस्टिस को सूचना दी। इसके बाद इसके बाद पुलिस तत्काल सक्रिय हो गई।
एएसपी बिलासपुर राजेन्द्र जायसवाल के अनुसार मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद तकनीकी सहायता से मामले की तह तक जाने के लिए पूरी जानकारी एकत्रित की। व्हाट्सएप नंबर के अलग-अलग मोबाइल के आईईएमआई नंबर निकालकर एड्रेस ट्रेस किया गया। पता चला कि छत्तीसगढ़ से 2000 किमी दूर मिजोरम के आईजोल से घटना को अंजाम दिया गया है।
एएसपी ने आगे बताया कि सबूत जुटते ही पुलिस की टीम मिजोरम के आईजोल पहुंची। मिजोरम में हिंदी और इंग्लिश मुख्य भाषा नहीं होने की वजह से आरोपियों को ढूंढने में पुलिस को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने 4 दिनों तक छापामार कार्रवाई कर मुख्य आरोपी लाल ह्मिंग सांगा और जोथान मोविया को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल और चार सिम को जप्त कर लिए हैं।