आरटीओ में भर्राशाही- अधिकारियों के हस्ताक्षर बिना आदेश जारी, लर्निंग लाइसेंस शिविर में वसूला गया 200 रुपए अतिरिक्त
परिवहन विभाग के सहायक ग्रेड-2 लक्ष्मी प्रसाद मन्नेवर ने बताया कि 200 रुपए की अतिरिक्त राशि परिवहन सुविधा केंद्र वालों के लिए है। उनकी कोई रसीद, पावती प्रदान नहीं की जाती।
फिंगेश्वर, जनजागरुकता। जिला परिवहन विभाग द्वारा जनपद पंचायत परिसर में बुधवार व गुरुवार को दो दिवसीय लर्निंग लायसेंस बनाने शिविर लगाया गया। इसमें परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने लर्निंग लाइसेंस बनाने को लेकर खूब लूट मचाई। यहां आए लोगों से जमकर अवैध उगाही की गई। इससे लाइसेंस बनवाने पहुंचे लोगों ने जनपद परिसर में नाराजगी जाहिर की गई। अंत में लाइसेंस बनवाने की मजबूरी के चलते आवेदक शांत होकर कर्मचारियों के अनुसार राशि देने पर मजबूर हुए।
इस शिविर में आसपास गांवों से 310 लोगों ने आवेदन किया है। जिसमें से 252 आवेदन स्वीकृत किए गए। वहीं 48 आवेदन कुछ कारणों से अस्वीकृत किया गया। जनपद पंचायत परिसर में जिला परिवहन विभाग ने वाहन लाइसेंस बनवाने की सुविधा देने के लिए दो दिवसीय शिविर लगाया था। इस शिविर में ब्लॉकभर से गांवों से बड़ी संख्या में लोग लर्निंग लाइसेंस बनाने शिविर में पहुंचे थे।
हंगामे के बाद जनपद पंचायत में लाइसेंस बनाने पहुंचे लोगों को शिविर से बाहर निकालती पुलिस।
इस दौरान सरकार तुंहर द्वार योजना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलाने आयोजित शिविर में लर्निंग लाइसेंस बनाने शासन द्वारा निर्धारित प्रति व्यक्ति शुल्क 355 रुपये के एवज में 555 रुपए विभाग द्वारा वसूल किया गया। विभाग द्वारा लर्निंग लाइसेंस पंजीयन होने पर आनलाइन 355 रुपए की रसीद दर्ज की गई, इसके बावजूद 200 रुपए की अतिरिक्त वसूली की गई।
बताया गया शासन से निर्धारित राशि के अतिरिक्त वसूल की गई राशि परिवहन सुविधा केंद्र के अधिकारी-कर्मचारियों की जेब में चला गया। ऑनलाइन आवेदन एंट्री किए जाने के नाम पर वसूली की गई। विभाग द्वारा अतिरिक्त 200 रुपए वसूलने व 40 साल के उम्र पार किए ग्रामीणों से स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर 300 रुपए विभाग द्वारा ऑनलाइन स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर वसूली किए जाने को लेकर भी खूब चर्चा होती रही।
अधिकारियों के हस्ताक्षर बिना आरटीओ में आदेश जारी किया गया है।
इस संबंध में परिवहन विभाग के सहायक ग्रेड-2 लक्ष्मी प्रसाद मन्नेवर ने बताया कि 200 रुपए की अतिरिक्त राशि परिवहन सुविधा केंद्र वालों के लिए है। उनकी कोई रसीद, पावती प्रदान नहीं की जाती। वहीं उनके द्वारा लिखित सूचना की बात पर कहा गया, जब उस सूचना को देखा गया तो वह पेन से लिखा हुआ था। जिसमें किसी उच्चाधिकारी का हस्ताक्षर भी नहीं था।
वीडियो 1 फिंगेश्वर- जनपद पंचायत में लायसेंस बनाने पहुंचे लोगों को शिविर से निकालते हुए।