बिजनेस : पतंजलि समूह की बड़ी योजना, अप्रैल में लाएगी एफपीओ, खुले बाजार में गेहूं बेचने से आटे की कीमत घटी

मौसम बदलते, गर्मी बढ़ते ही देश में ईंधन की बिक्री मार्च के पहले सप्ताह के बाद घट गई। 

बिजनेस : पतंजलि समूह की बड़ी योजना, अप्रैल में लाएगी एफपीओ, खुले बाजार में गेहूं बेचने से आटे की कीमत घटी


नई दिल्ली, जनजागरुकता, बिजनेस डेस्क। देश के नामी कंपनियों में से एक पतंजलि समूह की बड़ी योजना अप्रैल में आने वाली है। इसके तहत पतंजलि फूड्स अप्रैल में एफपीओ लाने वाली है। इधर सरकार के खुले में गेहूं बेचने से आटे की कीमतों में गिरावट से आम लोगों में राहत है। वहीं गर्मी बढ़ने से ईंधन की बिक्री मार्च के पहले पखवाड़े में घटी है।

पतंजलि समूह के मालिक बाबा रामदेव ने कहा, कंपनी सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाकर 25 फीसदी करने के लिए एफपीओ लाएगी।
 
बता दें कि दुनिया भर में आयुर्वेदिक के साथ खाद्य चीजों के लिए जाने जाने वाली पतंजलि फूड्स कंपनी अप्रैल में फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) लाने की योजना बनाई है। इसके बाद कंपनी में प्रवर्तकों का हिस्सा कम हो जाएगा। इस मामले पर पतंजलि समूह के मालिक बाबा रामदेव ने बृहस्पतिवार को कहा, कंपनी सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाकर 25 फीसदी करने के लिए एफपीओ लाएगी। उधर, बीएसई व एनएसई ने बुधवार को कंपनी के न्यूनतम प्रवर्तकधारिता पूरा नहीं करने पर शेयरों को फ्रीज कर दिया था। कंपनी ने कहा, फैसले का कोई असर नहीं होगा।


गर्मी बढ़ते ही पेट्रोल-डीजल की बिक्री कम हुई
मौसम बदलते, गर्मी बढ़ते ही देश में ईंधन की बिक्री मार्च के पहले सप्ताह के बाद घट गई। फरवरी में पेट्रोल व डीजल की मांग में तेज उछाल आया था। उद्योग के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, मार्च के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री सालाना आधार पर 1.4% घटकर 12.2 लाख टन रह गई। डीजल की बिक्री 10.2 फीसदी घटकर 31.8 लाख टन रह गई।

विमान ईंधन में बढ़ोतरी
इधर पिछले रिकॉर्ड के अनुसार रसोई गैस की मांग में 9.7 फीसदी गिरावट रही।हालांकि, विमान ईंधन की बिक्री 19.2 फीसदी बढ़कर 2,94,900 टन पर पहुंच गई।


2 माह में आटा 8 रुपए तक सस्ता
रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक, फसल वर्ष 2022-23 में गेहूं उत्पादन 10.6-11 करोड़ टन रह सकता है। खुले बाजार में गेहूं बेचने से आटे की कीमतें पिछले 2 महीने में प्रति किलो 6-8 रुपए तक घट गई है। एसोसिएशन ने कहा, 25 जनवरी से खुले बाजार में गेहूं की बिक्री से आटे का भाव 2,600-3,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है, जो जनवरी में 3,400-3,800 रुपये था। गेहूं, उसके उत्पादों जैसे आटा, मैदा और सूजी के निर्यात पर 2023-24 में भी प्रतिबंध जारी रहना चाहिए।


ई-नीलामी में 4.91 लाख टन गेहूं बेचे
गेहूं और आटे की कीमतों को काबू में लाने के मकसद से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने ई-नीलामी के छठे दौर में आटा चक्की जैसे थोक उपभोक्ताओं को 4.91 लाख टन गेहूं बेचा है। केंद्र ने खुली बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 50 लाख टन गेहूं बेचने की घोषणा की है। इसमें से 45 लाख टन थोक उपयोगकर्ताओं के लिए निर्धारित किया गया है। 15 मार्च को छठे दौर की ई-नीलामी आयोजित की गई थी।

janjaagrukta.com