म्यूल खाता बेचने वाले दो आरोपियों के साथ खरीददार गिरफ्तार
पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे ऑनलाइन ठगी के लिए म्यूल अकाउंट खरीदने और बेचने के इरादे से भिलाई आए थे। पुलिस ने उनके पास से पांच मोबाइल, चेकबुक, एटीएम, पासबुक, बैंक खाते से संबंधित दस्तावेज, और मोबाइल गुम होने की फर्जी रिपोर्ट बरामद की।
मध्यप्रदेश, जनजागरुकता डेस्क। मध्यप्रदेश के अनूपपुर से आए दो आरोपियों और एक खरीदार को स्मृति नगर चौकी पुलिस ने म्यूल अकाउंट बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सोमवार को जिले में प्रस्तावित वीआईपी मूवमेंट के मद्देनज़र पुलिस ने लॉज में ठहरे लोगों की जांच की, जिसमें ये तीनों पकड़े गए। धोखाधड़ी के तहत केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
लॉज में चेकिंग के दौरान हुआ खुलासा
स्मृति नगर के लैंडमार्क लॉज की जांच के दौरान पुलिस को संजय जायसवाल नामक व्यक्ति की एंट्री मिली, जो अनूपपुर का निवासी था। जब पुलिस ने उसके कमरे की जांच की, तो वहां तीन लोग मिले— सुनील कुमार विश्वकर्मा (28) निवासी दीनदयाल कॉलोनी, जुनवानी; संजय जायसवाल (38) निवासी अनूपपुर, और राजेश जायसवाल (32) निवासी मनेंद्रगढ़, एमसीबी।
पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे ऑनलाइन ठगी के लिए म्यूल अकाउंट खरीदने और बेचने के इरादे से भिलाई आए थे। पुलिस ने उनके पास से पांच मोबाइल, चेकबुक, एटीएम, पासबुक, बैंक खाते से संबंधित दस्तावेज, और मोबाइल गुम होने की फर्जी रिपोर्ट बरामद की।
फर्जी रिपोर्ट के जरिए बैंकिंग दस्तावेज जुटाने का खेल
तलाशी के दौरान पुलिस को केनरा बैंक, अनूपपुर का एक चालू खाता, एटीएम, चेकबुक, और एक मोबाइल मिला। साथ ही, जीआरपी रायपुर में दर्ज एक शिकायत की पावती भी मिली, जिसमें उन्होंने इन्हीं दस्तावेजों और मोबाइल के गुम होने की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जब पुलिस ने इनसे पूछताछ की, तो पता चला कि यह खाता संजय जायसवाल के नाम पर था। संजय और राजेश जायसवाल इसे कवर्धा निवासी सुनील विश्वकर्मा को तीन लाख रुपये में बेचने आए थे। वहीं, सुनील ने खाते की जानकारी दिल्ली के ठग को दी थी। जांच में यह भी सामने आया कि इस खाते में संदिग्ध लेन-देन हो चुका था।
पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों और इसके पीछे की बड़ी साजिश की जांच कर रही है।janjaagrukta.com