सीएम भूपेश बघेल ने एक बार आरक्षण बिल को पास न करने को लेकर भाजपा को घेरा और कई सवालों के जवाब मांगे
सीएम भूपेश बघेल दिल्ली जाते समय मीडिया से ओबीसी आरक्षण बिल पर भाजपा से सवाल किए।
रायपुर, जनजागरुकता। सीएम भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर हैं। इससे पहले वे मीडिया से चर्चा में ओबीसी आरक्षण बिल पर भाजपा से सवाल किए। एक बार फिर आरक्षण बिल को पास न करने को लेकर भाजपा को घेरा। कई सवालों के जवाब मांगे।
वहीं सीएम बघेल ने भाजपा के जेपी नड्डा को टैग कर सवाल किया है कि जेपी नड्डा बताएं कि ओबीसी आरक्षण बिल भाजपा ने क्यों रुकवा रखा है? वहीं उन्होंने कहा भाजपा पिछड़ों के नाम से घड़ियाली आंसू बहाना बंद करे और अडानी पर सवालों के जवाब दें।
सीएम बघेल ने कहा कि हमने 2 दिसंबर 2022 को विधानसभा में 'आरक्षण विधेयक' पारित किया था लेकिन भाजपा के दबाव के कारण विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं हो रहे हैं, इससे युवाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लाखों युवाओं का काम रुका हुआ है, शिक्षा नौकरियों में काम रुका हुआ है।
बीजेपी ने उपेक्षा की
बघेल ने कहा कांग्रेस हमेशा गरीबों के लिए लड़ती रही है जबकि बीजेपी ने हमेशा उन्हें बांटने की कोशिश की है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा उनकी उपेक्षा कर अपना उल्लू सीधा किया। सीएम ने कहा नड्डा जी से कहना चाहूंगा कि उपाध्यक्ष से पूछिए कि उन्होंने कहा था या नहीं। इस मुद्दे को लेकर दो पक्ष है- कानूनी पक्ष है जिसकी लड़ाई लड़नी है, और दूसरा पक्ष इस मुद्दे को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे।
भाजपा की मानसिकता के बीच में भेद डालना
रायपुर एयरपोर्ट पर सीएम बघेल ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब एक नया एंगल ले आए हैं। पिछड़े वर्ग की बात, वे पिछड़ों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें। बीजेपी का पिछड़े वर्ग के प्रति प्रेम सिर्फ दिखावटी है। भाजपा के दबाव में अब तक आरक्षण का बिल लागू नहीं हुआ। कांग्रेस हमेशा पिछड़ा वर्ग के हक की लड़ाई लड़ती रही है, लेकिन भाजपा की मानसिकता रही है इनके बीच में भेद डालना, इनकी उपेक्षा करना।
अडाणी के मामले में जवाब दे
बघेल ने कहा भाजपा के ठाकुर रमन सिंह ने मुझे चूहा, कुत्ता, बिल्ली जैसे शब्दों से संबोधित किया था ये भाजपा की मानसिकता है। अडाणी के मामले में भाजपा जवाब दे उनके साथ क्या संबंध है कितनी शैल कम्पनियां हैं इन सवालों के जवाब देने चाहिए। अडानी के मामले में भारतीय जनता पार्टी मौन साधी हुई है। सीधे-सीधे बीजेपी को अडानी के मामले में जवाब देना चाहिए।