Diwali 2024: इन राज्यों में भी पटाखे हुए बैन..
इन राज्यों के कदम पर्यावरण की सुरक्षा और नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का प्रयास हैं, ताकि लोग सुरक्षित और स्वच्छ दिवाली मना सकें।
जनजागरुकता डेस्क। दिवाली और सर्दियों का मौसम नजदीक आते ही, भारत के कई राज्यों ने बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। पर्यावरण सुरक्षा के उद्देश्य से, दिल्ली, पंजाब और तमिलनाडु जैसे राज्यों में पटाखों के उपयोग पर सख्त नियम लागू किए गए हैं ताकि त्योहारों के दौरान वायु गुणवत्ता में गिरावट को रोका जा सके। पर्यावरण और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इन 7 राज्यों में पटाखों पर रोक लगाने का फैसला किया है.
- दिल्ली- दिल्ली में हर साल सर्दियों में वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए "दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति" (DPCC) ने 1 जनवरी 2025 तक सभी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिवाली, गुरुपर्व, क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर केवल 'ग्रीन पटाखों' को सीमित समय के लिए जलाने की अनुमति दी गई है।
- बिहार- बिहार के प्रमुख शहरों जैसे पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में सभी तरह के पटाखों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है, जिसमें पर्यावरण के अनुकूल विकल्प भी शामिल हैं। इस फैसले का उद्देश्य वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना और लोगों की सेहत को सुरक्षित रखना है।
- महाराष्ट्र- महाराष्ट्र में केवल ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई है, जो पारंपरिक पटाखों से 30% कम प्रदूषण फैलाते हैं। साथ ही, मुंबई पुलिस ने 23 अक्टूबर से 24 नवंबर तक स्काई लालटेन की बिक्री और उपयोग पर भी प्रतिबंध लगाया है।
- कर्नाटक- कर्नाटक की सरकार ने नागरिकों से सिर्फ ग्रीन पटाखों का उपयोग करने की अपील की है और दिवाली पर पटाखे जलाने का समय रात 8 से 10 बजे तक सीमित करने का सुझाव दिया है, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक प्रतिबंध नहीं है।
- पंजाब- पंजाब में सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के निर्देशों का पालन करते हुए पटाखों का उपयोग दिवाली, गुरुपर्व, क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर रात 8 से 10 बजे तक सीमित है। यहां भी सिर्फ ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई है।
- केरल-केरल में दिवाली पर पटाखे जलाने का समय रात 8 से 10 बजे और क्रिसमस व नए साल की पूर्व संध्या पर रात 11:55 से 12:30 बजे तक रखा गया है। केवल ग्रीन पटाखों की बिक्री को मंजूरी दी गई है, जिससे प्रदूषण कम करने और पर्यावरण सुरक्षा पर जोर दिया जा रहा है।
- तमिलनाडु- तमिलनाडु में दिवाली पर पटाखे जलाने का समय सुबह 6 से 7 बजे और शाम 7 से 8 बजे तक तय किया गया है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कम प्रदूषण और कम शोर वाले पटाखों का उपयोग करने और सामूहिक पटाखा प्रदर्शन की अपील की है।
- पश्चिम बंगाल- पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में सरकार ने एनजीटी के निर्देशों का पालन करते हुए केवल प्रमाणित ग्रीन पटाखों को दिवाली पर जलाने की अनुमति दी है। कोलकाता में लोग रात 8 से 10 बजे तक पटाखे चला सकते हैं। इन सख्त नियमों का उद्देश्य वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाना और लोगों की सेहत की सुरक्षा करना है।
इन राज्यों के कदम पर्यावरण की सुरक्षा और नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का प्रयास हैं, ताकि लोग सुरक्षित और स्वच्छ दिवाली मना सकें।