ED ने 23 स्थानों पर की छापेमारी..

बता दे कि एक सप्ताह पहले अहमदाबाद की क्राइम डिटेक्शन ब्रांच ने इसी मामले में एक पत्रकार सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। तब इस घोटाले की जांच शुरू की गई थी।

ED ने 23 स्थानों पर की छापेमारी..
ED raided 23 places..

अहमदाबाद, जनजागरुकता डेस्क। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार, 17 अक्टूबर 2024 को गुजरात (Gujarat) के विभिन्न शहरों में 23 स्थानों पर छापेमारी (raid) की। यह छापेमारी (raid) अहमदाबाद (Ahmedabad) में हुए जी एस टी घोटाले (gst scam) से संबंधित है। जानकारी के अनुसार, ईडी (ED) ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) का मामला दर्ज किया है।

बता दे कि एक सप्ताह पहले अहमदाबाद (Ahmedabad) की क्राइम डिटेक्शन ब्रांच (Crime Detection Branch) ने इसी मामले में एक पत्रकार सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। तब इस घोटाले की जांच शुरू की गई थी और अब उसी कड़ी में ईडी (ED) द्वारा छापेमारी (raid) की जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज होने के बाद ईडी (ED) ने गुरुवार को राजकोट (Rajkot), जूनागढ़ (Junagarh), अहमदाबाद (Ahmedabad), भावनगर (Bhavnagar) और वेरावल (Veraval) में 23 स्थानों पर छापेमारी (raid) की है। इसमें उन जगहों पर भी कार्रवाई की गई है, जहां से हाल ही में गिरफ्तार पत्रकार महेश लांगा से जुड़े ठिकाने थे।

यह मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) का मामला अहमदाबाद (Ahmedabad) पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दर्ज एफ आई आर से जुड़ा है, जिसमें फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (Fake Input Tax Credit) और धोखाधड़ी वाले लेन-देन के माध्यम से सरकार को ठगने के लिए शेल फर्मों का इस्तेमाल किया गया था। केंद्रीय जी एस टी (GST)  विभाग द्वारा शिकायत मिलने के बाद, अहमदाबाद (Ahmedabad) अपराध शाखा ने कई व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पत्रकार महेश लांगा और अन्य सात व्यक्तियों को फर्जी फर्मों के संदिग्ध लेन-देन में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

गुजरात क्राइम ब्रांच (Gujarat Crime Branch) के अनुसार, देश भर में 200 से अधिक फर्जी फर्में संगठित तरीके से काम कर रही थीं, जिनका उद्देश्य फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (Fake Input Tax Credit) के माध्यम से सरकार को नुकसान पहुँचाना था। इन फर्मों को बनाने के लिए नकली दस्तावेज़ों और पहचान का उपयोग किया गया था।

बताया जा रहा है कि फर्जी क्रेडिट (Fake Credit) और धोखाधड़ी वाले लेनदेन के माध्यम से सरकार को धोखा देने के लिए बनाई गई कंपनियों से जुड़े घोटाले पर केंद्रीय जी एस टी (GST) से शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने के बाद सिटी क्राइम ने कई लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज (FIR registered) की। केंद्रीय जी एस टी (GST) द्वारा फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके पत्नी और पिता के नाम से बनाई गई कंपनियों में कुछ संदिग्ध लेनदेन की जानकारी मिलने के बाद पत्रकार लंगा को अन्य सात लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया। 

एफ आई आर दर्ज (FIR registered) होने के बाद क्राइम ब्रांच (Crime Branch) और गुजरात (Gujarat) की आर्थिक अपराध शाखा ने राज्य के 14 इलाकों में छापेमारी (raid) की, जिसमें अहमदाबाद (Ahmedabad), जूनागढ़, सूरत, खेड़ा और भावनगर (Bhavnagar) शामिल हैं। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के अनुसार, देशभर में 200 फर्जी फार्मों ने सरकार को चूना लगाने के लिए संगठित तरीके से काम किया। 

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