निजी शालाओं में आरटीई के प्रवेशित छात्रों के खाते में अब सीधे ट्रांसफर होगी फीसः डॉ. प्रेमसाय सिंह

फेडरेशन ऑफ एजुकेशनल सोसाइटीज और अशासकीय प्राचार्य मंच रायपुर के सयुंक्त तत्वावधान में गुजराती स्कूल, देवेन्द्र नगर में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह रखा गया।

निजी शालाओं में आरटीई के प्रवेशित छात्रों के खाते में अब सीधे ट्रांसफर होगी फीसः डॉ. प्रेमसाय सिंह

शिक्षामंत्री के हाथों सम्मानित होकर 200 शिक्षकों के चेहरे खिले
रायपुर, जनजागरूकता। फेडरेशन ऑफ एजुकेशनल सोसाइटीज और अशासकीय प्राचार्य मंच रायपुर के सयुंक्त तत्वावधान में गुजराती स्कूल, देवेन्द्र नगर में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह रखा गया। जहां 200 शिक्षकों का सम्मान किया गया। 

इस दौरान स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने घोषणा की कि आरटीई के तहत प्रवेशित छात्रों के खाते में शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि सीधे ऑनलाइन माध्यम से हंस्तारित की जाएगी। टेकाम ने कहा इसमें मध्यस्थता की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है।उनका कहना था कि इससे राशि के भुगतान में विलंब की समस्या समाप्त हो जाएगी।

समारोह में शिक्षामंत्री ने निजी शालाओं की दूसरी मांग शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि में वृद्धि के साथ मान्यता वृद्धि व एनओसी संबंधी मांग में सरलीकरण किए जाने का आश्वासन दिया। 

इस दौरान मंत्री ने राज्य शासन के शिक्षा विभाग में हुए नवाचार की जानकारी दी। बताया कि उनके विभाग के काम की देशभर में सराहना हो रही है। राज्य में 52 स्वामी आत्मानंद स्कूल अंग्रेजी माध्यम से शुरुवात हुई थी। आज 279 स्कूल खोले जा चुके हैं। 422 और जल्द प्रारंभ होंगे। उनका कहना था कि जल्द ही प्रदेश में 10 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम कॉलेज प्रारंभ किए जाएंगे। नवा रायपुर के सेक्टर 32 में अंतर्राष्ट्रीय स्कूल आरंभ करने की योजना है। आयोजन में अजय तिवारी एवं राज्य गोसेवा आयोग के अघ्यक्ष डॉ. मंहत व सुरेश शुक्ल ने भी विचार व्यक्त किए।

इस दौरान मंत्री ने 200 से अधिक अनुदान प्राप्त व गैरअनुदान प्राप्त कॉलेज-स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल और प्रशस्ति पत्र प्रदानकर सम्मानित किया। इस दौरान शिक्षकों के चेहरे खिल उठे। आयोजन में विशेष रूप से राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ. रामसुदंर दास, फेडरेशन ऑफ एजुकेशनल सोसायटीज के अध्यक्ष अजय तिवारी एवं कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश शुक्ला, प्राचार्य मंच के अशोक दुबे, अशोक पटेल, आरके तिवारी, कुसूम त्रिपाठी, महासचिव अरविंद शर्मा, शरद दुबे, व्हीके मिश्रा, गुजराती शिक्षण संघ के रामजी भाई पटेल, सचिव अशोक भाई पटेल आदि उपस्थित रहे।

समारोह में शिक्षामंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि शिक्षक की समाज में अहम भूमिका है। प्रथम गुरु मां होती है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों को लोग गुरुजी कहते हैं और न्यायाधीश की महत्ता प्राप्त है। शिक्षामंत्री ने चन्द्रगुप्त मौर्य के काल में चाणक्य, विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस, कवि कबीर के रामानंद का ज्रिक किया।