जी-20 शिखर सम्मेलन : पीएम मोदी की सुनक के साथ पहली मुलाकात, सुनक ने भारत के लिए कही बड़ी बात..
बता दें कि सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी 20 से ज्यादा बैठकों में हिस्सा लेंगे, जिनमें खाद्य, सुरक्षा, ऊर्जा, यूक्रेन संकट जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
बाली, जनजागरुकता, डेस्क। जी-20 शिखर सम्मेलन इंडोनेशिया में आज से शुरू हो रहा है। इस सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं। यहां भागीदारी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को बाली पहुंचे। यहां ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक की पीएम मोदी से पहली मुलाकात हुई। इस दौरान सुनक ने भारत के लिए बड़े गर्व की बात कही।
बता दें कि सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी 20 से ज्यादा बैठकों में हिस्सा लेंगे, जिनमें खाद्य, सुरक्षा, ऊर्जा, यूक्रेन संकट जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास से मुलाकात की। पीएमओ की ओर से दी गई जानकारी अनुसार इस दौरान दोनों के बीच सार्थक बातचीत हुई।
मोदी करेंगे भारतीय समुदाय को संबोधित
इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के कार्यक्रम के लिए आयोजन स्थल पर तैयारियां की जा रही हैं।
पीएम मोदी ब्रिटिश पीएम सुनक से मिले
सम्मेलन से पहले एक खास बात ये रही कि जी-20 शिखर वार्ता के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक चर्चा हुई। सुनक ने हाल ही में ब्रिटेन के पीएम की कुर्सी संभाली है।सम्मेलन के बाद पीएम मोदी ने नीदरलैंड के पीएम मार्क रूट के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा, बहुपक्षीय शिखर सम्मेलन वैश्विक नेताओं के लिए विविध मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान करने के अद्भुत अवसर है।
मोदी व बाइडन के बीच स्पष्ट दोस्ती- जेड तरार
भारत-अमेरिका संबंध पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेड तरार ने कहा, पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच अच्छी और स्पष्ट दोस्ती है। दुनिया के कई ऐसे विषय हैं, जहां दोनों देश आमने-सामने नहीं दिखते, लेकिन इससे हमारे रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ता। हर देश अपनी-अपनी रणनीति के मुताबिक चलता है, सबसे बड़ी बात यह है कि हम रूस पर दबाव बना रहे हैं, अपने मित्र राष्ट्रों पर नहीं।
सीमा पार लेन-देन समझौते पर 5 बैंकों ने किए हस्ताक्षर
सम्मेलन दौरान ज्ञापन, सीमा पार व्यापार, निवेश, वित्तीय मदद, पर्यटन जैसी अन्य आर्थिक गतिविधियों पर समझौता हुआ है। बैंक इंडोनेशिया, बैंक नेगारा मलेशिया, बैंगको सेंट्रल एनजी फिलिपींस, सिंगापुर का मौद्रिक प्राधिकरण और बैंक ऑफ थाईलैंड ने सीमा पार भुगतान पर सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसमें सीमा पार व्यापार, निवेश, वित्तीय मदद, पर्यटन जैसी अन्य आर्थिक गतिविधियों की सुविधाओं पर सहमति बनी है। इसके साथ ही यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद है।
हमारी आधी बिजली अक्षय स्रोतों से पैदा होगी- पीएम मोदी
सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, वैश्विक विकास के लिए भारत की ऊर्जा सुरक्षा महत्वपूर्ण है। क्योंकि, भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा, हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी भी प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और ऊर्जा बाजार में स्थिरता सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 2030 तक हमारी आधी बिजली अक्षय स्रोतों से पैदा होगी। आगे कहा, भारत में स्थायी खाद्य सुरक्षा के लिए हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं और बाजर जैसे पौष्टिक और पारंपरिक खाद्यान्नों को फिर से लोकप्रिय बना रहे हैं।
खाद्य संकट का समाधान दुनिया के पास नहीं
पीएम मोदी ने कहा, आज की खाद की कमी कल का खाद्य संकट है, जिसका समाधान दुनिया के पास नहीं होगा। हमें खाद और खाद्यान्न दोनों की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर और सुनिश्चित बनाए रखने के लिए आपसी समझौता करना चाहिए। पीएम ने कहा, मैंने हमेशा कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा।
यूक्रेन युद्ध ने मचाई तबाही
पीएम नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान फूड एनर्जी सिक्योरिटी सत्र में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना और यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया की सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। इससे दुनिया में तबाही फैल गई है। उन्होंने कहा कि यूएन जैसी संस्थाएं इन मुद्दों पर विफल रही हैं। इसलिए हम सभी को मिलकर यूक्रेन युद्ध रोकने का रास्ता निकालना होगा।
दुनिया की निगाहें हमारी बैठक पर
सम्मेलन के दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा, हमने विश्व व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय कानूनों को देखा है। आज दुनिया की नजरें हमारी बैठक पर है। मेरी नजर में जी-20 को जरूर सफल होना चाहिए। विडोडो ने कहा, जी-20 के अध्यक्ष के रूप में, इंडोनेशिया ने मतभेदों को खत्म करने के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता तभी प्राप्त की जा सकती है जब हम सभी मतभेदों को दूर करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हों, जिससे दुनिया के लिए यह फायदेमंद हो सके।
एनएसए अजीत डोभाल व विदेश मंत्री जयशंकर भी मौजूद
बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान एनएसए अजीत डोभाल व विदेश मंत्री एस जयशंकर व जी-20 शेरपा भी पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बाली में मौजूद हैं।
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