नौकरी छोड़ राजनीति में जाने के इच्छुक हैं आईएएस टेकाम

वीआरएस मांगा गया है। भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है। केशकाल, कोंडागांव या अंतागढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं।

नौकरी छोड़ राजनीति में जाने के इच्छुक हैं आईएएस टेकाम

रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ के एक और आईएएस अधिकारी नौकरी छोड़कर राजनीति की पारी शुरु कर चुनाव लड़ने का मन बनाया है। ये अधिकारी हैं आईएएस नीलकंठ टेकाम। उन्होंने  वीआरएस के लिए आवेदन दे दिया है। टेकाम 2008 के आईएएस अधिकारी हैं। छात्र राजनीति से आईएएस तक के सफर में कई कठिन पड़ाव आए। नौकरी का ज्याादातर समय बस्तर संभाग में बिताए हैं। इस समय टेकाम संचालक कोष एवं लेखा विभाग की जिम्मेदारी संम्भाल रहे हैं। साल 2028 में वे रिटायरमेंट होंगे।

2008 बैच के आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम ने वीआरएस के लिए आवेदन दे दिया है। सूत्रों की मानें तो टेकाम भाजपा में शामिल हो सकते है। इससे पहले भी प्रयास कर चुके है। लेकिन टिकट का भरोसा नहीं मिलने के कारण पीछे हट गए। इस बार भाजपा बड़े नेताओं ने टिकट देने का भरोसा दिया है। भाजपा में सामिल होकर आईएएस टेकाम केशकाल, कोंडागांव या अंतागढ़ से कहीं भी चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह पिछले चुनाव में आईएएस ओपी चौधरी ने नौकरी छोड़ कर भाजपा का दामन थामकर चुनाव लड़ा लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया और वे चुनाव हार गए। फिलहाल वे संगठन में सक्रिय भूमिका में हैं। 

'मैं सामाजिक पृष्ठभूमि से आता हूं, जनता की सेवा करुंगा- टेकाम 

नीलकंठ टेकाम ने बताया कि उन्होंने फिलहाल वीआरएस का फैसला लिया है और इसकी स्वीकृति मिलते ही भविष्य का फैसला तय करेंगे। टेकाम ने कहा कि कोई आईएएस अगर वीआरएस ले रहा है, इसका मतलब वो अपने राज्य या क्षेत्र में आम जनता लिए कुछ बेहतर करने की उम्मीद से ही नौकरी छोड़ रहा है। उन्होंने कहा 'मैं सामाजिक पृष्ठभूमि से आता हूं और जहां भी जनता से जुड़े काम करने का मौका मिलेगा, वहां सेवाएं दूंगा।

नीलकंठ टेकाम ने बताया कि 2020 तक अलग-अलग जिलों में कलेक्टर की भूमिका में थे। इस बीच जनता के लिए काम करने का अवसर मिला। लेकिन सिविल सेवा की कई सीमाएं भी हैं। वीआरएस लेने के बाद खुलकर जनता के बीच जाकर जनसेवा कर सकेंगे।

छात्र राजनीति से आईएएस बनने का सफर

नीलकंठ टेकाम बस्तर क्षेत्र स्थित कांकेर जिले के अंतागढ़ सरईपारा का मूल निवासी है। यहीं उनकी स्कूली शिक्षा भी अंतागढ़ हुई है। महाविद्यालयीन शिक्षा उन्होंने कांकेर जिले के छत्तीसगढ़ शासकीय गवर्मेंट कॉलेज से पूरी की है। यहां 1990 के दशक में श्री टेकाम ने समाजशास्त्र से एमए किया है और यहां कुशल नेतृत्व के चलते छात्रसंघ के अध्यक्ष भी चुने गए थे। साल 1994 में उन्होंने एमपी पीएससी क्रेक किया और एसटी वर्ग में टॉपर रहे।

टेकाम 2028 में रिटायरमेंट होंगे, पर वीआरएस मांगा

टेकाम की ज्यादातर पोस्टिंग बस्तर संभाग में ही रही। जगदलपुर में करीब 6 साल एसडीएम से लेकर अपर कलेक्टर रहे। जगदलपुर में नगर निगम कमिश्नर की जिम्मेदारी भी संम्भाल चुके हैं। साल 2008 में उन्हें आईएएस अवॉर्ड किया गया। वे दंतेवाड़ा जिला के जिला पंचायत सीईओ भी रहे हैं। कोंडागांव कलेक्टर रहते हुए उन्होंने नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में कोंडागांव को नंबर वन बनाया है। इस समय टेकाम संचालक कोष एवं लेखा विभाग की जिम्मेदारी संम्भाल रहे हैं। वे 2028 में रिटायरमेंट होंगे।

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