पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष Mata Prasad Pandey को संभल जाने से रोका..

दरअसल, सपा का प्रतिनिधिमंडल संभल की घटना का जायजा लेने जा रहा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उनके आवासों की घेराबंदी कर दी।

पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष Mata Prasad Pandey को संभल जाने से रोका..
Police prevented Leader of Opposition Mata Prasad Pandey from regaining his senses

जनजागरुकता डेस्क। संभल हिंसा (sambhal violence) को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे (Mata Prasad Pandey) के नेतृत्व में आज संभल जाने वाला था। लेकिन लखनऊ में शनिवार सुबह से ही उनके आवास के बाहर पुलिस की तैनाती कर दी गई। इसी तरह, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के डालीबाग स्थित घर के बाहर भी पुलिस मौजूद है। दरअसल, सपा का प्रतिनिधिमंडल संभल की घटना का जायजा लेने जा रहा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उनके आवासों की घेराबंदी कर दी।

संभल जाने से रोके जाने के विरोध में माता प्रसाद पांडे अपने आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए हैं। विधायक रविदास मल्होत्रा भी उनके साथ धरने में शामिल हुए। उन्होंने मांग की कि संभल के पीड़ितों को न्याय दिया जाए और इस घटना की जांच हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज से कराई जाए। साथ ही मृतक परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।

लाल बिहारी यादव ने बताया कि पुलिस ने उन्हें संभल के जिलाधिकारी (डीएम) का एक पत्र दिया है, जिसमें कहा गया है कि 10 दिसंबर तक संभल में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। सपा अध्यक्ष श्यामलाल पाल के आवास के बाहर भी पुलिस तैनात कर दी गई है।

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