viral fever से हैं परेशान, तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे..मिलेगी राहत
एक्सपर्ट बताते हैं कि, ज्यादा दिनों तक बुखार आपके शरीर के लिए अच्छा नही हैं। ऐसे में आप लगातार वायरल बुखार से परेशान है तो कुछ घरेलु उपाय अपनाकर ठीक कर सकती हैं। जानें कुछ घरेलु उपाय -
जनजागरूकता, हेल्थ डेस्क। आजकल बदलते मौसम के कारण आमतौर पर, बुखार आना सही भी है, क्योंकि इस दौरान शरीर में इम्युनिटी विकसित होती है। लेकिन ज्यादा दिनों तक बुखार आपके शरीर के लिए अच्छा नही हैं। ऐसे में आप लगातार वायरल बुखार से परेशान है तो कुछ घरेलु उपाय अपनाकर ठीक कर सकती हैं। जानें कुछ घरेलु उपाय -
वायरल बुखार के लक्षण
- भूख में कमी डिहाइड्रेशन
- तेज सिरदर्द
- बिना कारण पसीना आना
- कांपना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- कमजोरी
जानें कुछ घरेलु उपाय
तरल पदार्थ का ज्यादा सेवन करें-
बुखार की वजह से आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है और शरीर से ज्यादा पसीना आता है। इसके कारण बॉडी पूरी तरह से डिहाइड्रेट हो जाती है। डिहाइड्रेशन की वजह से पारीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती है, इसलिए ऐसे समय में जरूरी है, पर्याप्त मात्रा में तरत पदार्थों का सेवन करना। आप अपने पसंदीदा जूस, सूप या नारियल पानी, इत्यादि का सेवन कर सकते हैं।
ठंडे पानी की पट्टियां -
यह बुखार उतारने का घरेलू नुस्खा बहुत पुराना है जिसे आमतौर पर बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है। यदि आपको तेज बुखार है तो साफ कपड़े को गीता करें और उसे निचोड़कर, अपने शरीर के माथे पर, बगल में, हाथ-पैर इत्यादि जगहों पर पट्टी का इस्तेमाल करें। आप गीली पट्टियों का इस्तेमाल अपने गर्दन पर भी कर सकते हैं। बुखार में शरीर पर गीला कपड़ा या फिर स्पॉन्ज रखने से बुखार को तेजी से खत्म किया जा सकता है। पट्टियों को थोड़े-थोड़े देर में बदलते रहें। इससे आपका बुखार जल्दी ठीक होगा लेकिन एक बात का और ध्यान रखें कि इसके लिए बहुत ज्यादा ठंडे पानी का इस्तेमाल न करें।
गिलोय-
तेज बुखार उतारने के घरेलू उपाय में गिलोय बहुत ही पुरानी औषधी है, जिसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इसे बुखार उतारने के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है। गितोप का सेवन करने के लिए, सबसे पहले किसी बर्तन पतीता) में एक गिलास पानी तें, फिर गितोय कुट कर, उस पानी में डाले और अच्छे से उबालें। मतलब एक गिलास पानी को इतना उबातें की वो आधा हो जाए। उसके बाद उसे छान कर, गर्म गर्म चाय की तरह पी पिये। आप उसके स्वाद को बढ़ाने के लिए थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। इससे आपके बुखार को ठीक करने में मदद मिलेगी। ध्यान रखें कि, यदि बुखार फिर भी ठीक नहीं हो रहा है या बार-बार आ रहा है, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
लहसुन-
वैसे तो लहसुन की तासीर गर्म होती है, लेकिन यह बुखार ठीक करने में बहुत उपयोगी होता है। यह आपके शरीर के तापमान को कम् करने में मदद करता है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है। तहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो बीमारी से लड़ने में मदद करते हैं। इसका सेवन करने के लिए आप, तहसुन के दो टुकड़ों को ते, उसे छोटा-छोटा काटकर एक कप पानी में अच्छे से उबातें, फिर उसे छान कर पी जाएं। दिनभर में इस क्रिया को दो बार करें। इसके अलाव, आप लहसुन के पेस्ट में जैतून का चैत मिताकर उसे पैर के तत्वों पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से आपको बुखार से आराम मिलेगा।
अदरक-
हड्डी बुखार के घरेलू उपाय के लिए अदरक बहुत सही नुस्खा है। यह एक अच्छा इम्युनिटी बूस्टर है, जो बुखार को ठीक करने में मदद करता है। प्राकृतिक रूप से अदरक एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल एजेंट है, जो संक्रमण से तड़ने में सहायक है। यह आपके श्रशन तंत्र में हो रहे खांसी और सर्दी की समस्याओं को भी दूर करता है। अदरक की चाय का सेवन करने से आपको बुखार से आराम मिलता है। इसके अलावा, आप नहाने के पानी में भी अदरक पाउडर का इस्तेमाल कर खान कर सकते है। इससे आपको बुखार में राहत मिलती है। आप अदरक का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
तुलसी-
अंदरूनी बुखार के घरेलू उपाय में तुलसी सर्वोत्तम है। आयुर्वेद में तुलसी का सदियों से प्रयोग होते आ रहा है। पोषक तत्वों से भरपूर यह बड़ी-बूटी, दवाओं की तरह काम करती है। तुलसी का सेवन बुखार को तेजी से कम करता है। इसके सेवन के लिए एक कप पानी में, तुलसी की 20-25 पत्तियां लें और एक चम्मच घिसी हुई अदरक, इसको अच्छे से उबातें। जब पानी आधा हो जाए तो उसमें थोड़ा सा राहद मिताएं और तीन दिन तक, इसका दिन में तीन बार सेवन करें।