केरल के गुरुवायुर मंदिर में है 260 किलोग्राम सोना, 271.05 एकड़ की भूमि भी
आरटीआई के जवाब में मंदिर अधिकारियों ने कहा पूर्व में सुरक्षा कारणों से ब्योरा देने से इनकार कर दिया गया था।
त्रिशूर, जनजागरुकता। आदिकाल से भारत के मंदिरों में धर्म, आस्था के साथ राजा-महाराजाओं के दान से बेशकीमती चीजें रखी हुई हैं। वहीं आज भी श्रद्धालु मंदिरों को दान करते रहते हैं। इसी का एक उदाहरण केरल के त्रिशूर जिले में स्थित प्रसिद्ध गुरुवायुर श्रीकृष्ण मंदिर भी है। जहां की धन की गणना में ढाई क्विंटल से ज्यादा का सोना रखा हुआ है।
मामले में मंदिर समिति ने घोषणा की है कि उसके पास खजाने में 260 किलोग्राम से अधिक सोना रखा हुआ है। हाल में मंदिर ने 1,700 करोड़ रुपए से अधिक की बैंक जमा राशि होने का खुलासा भी किया था।
सुरक्षा कारणों का दिया हवाला
सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जवाब में मंदिर के अधिकारियों ने कहा है कि मंदिर के पास 263.63 किलोग्राम सोना है। जिसमें कीमती आभूषण और सिक्के शामिल हैं। वहीं लगभग 20,000 सोने के लॉकेट हैं। मंदिर के प्रबंधन ने पूर्व में सुरक्षा कारणों से ब्योरा देने से इनकार कर दिया था।
मंदिर के पास इतनी संपत्ति
आरटीआई के तहत एक अपील के बाद प्रदान किए गए दस्तावेज से पता चला है कि मंदिर के पास 6,605 किलोग्राम चांदी, सोने के 19,981 लॉकेट और चांदी के 5,359 लॉकेट हैं। हालांकि, जवाब में सोने और चांदी के कुल मूल्य का खुलासा नहीं किया गया है। पिछले साल दिसंबर में, आरटीआई के जवाब में खुलासा किया गया था कि बैंक जमा राशि 1,737.04 करोड़ रुपए और 271.05 एकड़ की भूमि है, जिसके मूल्य का आंकलन किया जाना बाकी है।
..इसलिए विवरण मांगना पड़ा
बता दें कि सदियों पुराने गुरुवायुर मंदिर में हर साल देश भर से हजारों लोग आते हैं। गुरुवायुर के एमके हरिदास और प्रॉपर चैनल नामक संस्था के अध्यक्ष के आरटीआई आवेदन के बाद संपत्ति का ब्योरा दिया गया। हरिदास ने आरोप लगाया कि मंदिर के विकास और इसके भक्तों के कल्याण के संबंध में मंदिर देवस्वओम की उपेक्षा और निष्क्रियता ने उन्हें आरटीआई के माध्यम से विवरण मांगने के लिए प्रेरित किया।
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