सट्टेबाजी में मनी लांड्रिंग और हवाला की जांच में मिला डॉक्टर परिवार का लिंक
रायपुर में ईडी ने रात 10 बजे दी दबिश। डॉक्टर परिवार के एक सदस्य को साथ ले गई। जांच के बाद कोई राज खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।
रायपुर, जनजागरुकता। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई से छत्तीसगढ़ में फिर हड़कंप मचा है। ईडी ने इस बार जांच और छापे का तरीका बदला है। अल सुबह की बजाय रविवार को ईडी ने रात 10 बजे छापा मारा। इधर पिछली बार गिरफ्तार 4 में से किसी को भी रिमांड पर नहीं लिया जाएगा। सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जाएगा।
मामले में मिली जानकारी अनुसार सट्टेबाजी में मनी लांड्रिंग और हवाला की जांच के दौरान ईडी को डॉक्टर परिवार के किसी सदस्य का लिंक मिला है। यह भी बताया गया कि उस सदस्य का संबंध एक बड़े अधिकारी से है।
ईडी की टीम ने देवेंद्रनगर स्थित जुबेस्ता नर्सिंग होम के संचालक डॉ. एआर दल्ला के घर दबिश दी थी। सोमवार शाम तक जांच चलती रही। जांच पूरी होने के बाद ईडी के अफसर 3 सूटकेस और डॉ. दल्ला के घर के एक सदस्य को अपने साथ लेकर चले गए। जानकारी अनुसार उन्हें रात तक छोड़ा नहीं गया था।
आधिकारिक पुष्टि नहीं
इस कार्रवाई को लेकर चर्चा है कि ईडी को जांच के दौरान बड़ा कैश, जेवर और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिला है। इसलिए उनके घर के सदस्य को पूछताछ के लिए दफ्तर ले गए। हालांकि ईडी ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि सट्टे में मनीलांड्रिंग और हवाला में ईडी कुछ पुलिस अफसरों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।
इनका कराया मेडिकल जांच
एएसआई चंद्रभूषण वर्मा समेत कुछ पुलिसवालों से ही पूछताछ के आधार पर यह पड़ताल की जा रही है। ईडी ने सट्टेबाजी से जुड़े कुछ लोगों को समंस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। सुबह 11 बजे आधा दर्जन लोग पुजारी पार्क कांप्लेक्स स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे। उनसे लंबी पूछताछ हुई है। सोमवार शाम ईडी एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, कारोबारी अनील-सुनील दम्मानी और सतीश चंद्राकार की मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल ले गई।
ईडी रिमांड को 13 दिन हो गए हैं
चारों की मंगलवार को रिमांड खत्म हो रही है। उन्हें दोपहर में विशेष अदालत ईडी में पेश किया जाएगा। इस बार ईडी चारों में किसी को भी रिमांड पर नहीं लेगी। सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जाएगा। सभी की ईडी रिमांड को 13 दिन हो गए हैं।
ईडी ने रात 10 बजे छापा मारा
केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस बार अपनी जांच और छापे का तरीका बदल दिया है। अब तक ईडी तड़के सुबह ही छापा मारती थी, जब लोग सो कर नहीं उठते हैं। इस बार रविवार को ईडी ने रात 10 बजे छापा मारा।