रैगिंग के बाद MBBS छात्र की मौत, 15 सीनियर्स के खिलाफ FIR दर्ज..
कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी ने इस मामले की जांच करते हुए 26 छात्रों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें 11 प्रथम वर्ष और 15 दूसरे वर्ष के छात्र शामिल हैं। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि 15 सीनियर छात्रों के समूह ने 11 जूनियर छात्रों की रैगिंग की थी।
गुजरात, जनजागरुकता डेस्क। गुजरात(Gujarat) के पाटन (Patan) जिले में एक मेडिकल कॉलेज (Medical College) में 18 वर्षीय प्रथम वर्ष के एक छात्र की कथित तौर पर रैगिंग (Ragging) के कारण मौत हो गई, जिसके बाद कॉलेज और प्रशासन में हड़कंप मच गया। इस मामले में पुलिस ने 15 वरिष्ठ छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, आरोप है कि ये सभी आरोपी एमबीबीएस के दूसरे वर्ष के छात्र हैं। एफआईआर के मुताबिक, इन सीनियर छात्रों ने पीड़ित सहित अन्य जूनियर छात्रों को शनिवार रात तीन घंटे तक छात्रावास के कमरे में खड़ा रखा और मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह घटना पाटन के धारपुर स्थित जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की है। कॉलेज प्रशासन ने आरोपियों को हॉस्टल और पढ़ाई से निलंबित कर दिया है। कॉलेज के डीन, डॉ. हार्दिक शाह ने बताया कि पीड़ित छात्र, अनिल मेथानिया, शनिवार रात अपने सीनियरों द्वारा तीन घंटे तक खड़ा रहने की सजा दिए जाने के बाद बेहोश हो गया और उसकी मौत हो गई।
कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी ने इस मामले की जांच करते हुए 26 छात्रों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें 11 प्रथम वर्ष और 15 दूसरे वर्ष के छात्र शामिल हैं। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि 15 सीनियर छात्रों के समूह ने 11 जूनियर छात्रों की रैगिंग की थी। प्रशासन और पुलिस इस घटना की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।