शिक्षक दिवस पर संदेश: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा आज की युवा पीढ़ी बताएगी कि 2047 का हिंदुस्तान कैसा होगा

पीएम ने शिक्षकों से आगे कहा कि एक शिक्षक का काम केवल बच्चों को बढ़ाना, नौकरी करना ही नहीं है विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करना भी है।

शिक्षक दिवस पर संदेश: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा आज की युवा पीढ़ी बताएगी कि 2047 का हिंदुस्तान कैसा होगा

राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों से पीएम नरेंद्र मोदी का संवाद

नई दिल्ली, जनजागरूकता। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों से पीएम नरेंद्र मोदी ने संवाद किए। पीएम मोदी ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि हमारे वर्तमान राष्ट्रपति भी शिक्षक हैं। उनका जीवन का प्रारंभिक काल शिक्षक के रूप में बीता है।

पीएम ने आगे कहा देश भी नए सपने, नए संकल्प लेकर एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है कि आज जो पीढ़ी है, जो विद्यार्थी अवस्था में हैं, 2047 में हिंदुस्तान कैसा बनेगा ये उन्हीं पर निर्भर होने वाला है। पीएम ने कहा उनका जीवन आप शिक्षकों के हाथ में है। 2047 में देश गढ़ने का काम आज जो वर्तमान में शिक्षक हैं, आने वाले 10-20 साल तक जो सेवाएं देने वाले हैं, उनके हाथ में है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने में हमारे टीचर्स का बहुत बड़ा रोल रहा है। 

आज जो पीढ़ी है, जो विद्यार्थी अवस्था में हैं, 2047 में हिंदुस्तान कैसा बनेगा ये उन्हीं पर निर्भर होने वाला है। उनका जीवन आप शिक्षकों के हाथ में है। पीएम ने कहा कि युवा दिमाग को आकार देने के लिए हम शिक्षकों के आभारी हैं। हमारे शिक्षकों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार करने में बड़ी भूमिका निभाई है।

पीएम ने शिक्षकों से आगे कहा कि एक शिक्षक का काम केवल बच्चों को बढ़ाना, नौकरी करना ही नहीं है विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करना भी है। शिक्षक का कर्तव्य उनका जीवन स्तर सुधारने और उन्हें एक बेहतर नागरिक बनाना भी है। इसके लिए हमें बच्चों से जुड़ाव स्थापित करना होगा। इसी जुड़ाव से भविष्य के नेतृत्वकर्ता तैयार होंगे। 

पीएम ने सम्मानित शिक्षकों से आगे कहा कि छात्रों के मन की दुविधाओं को दूर करने का काम शिक्षक ही सबसे बेहतर तरीके से कर सकते हैं। शिक्षक होने के नाते विद्यार्थियों से क्लासरूम ही नहीं बल्कि उनके घर तक संपर्क स्थापित करना चाहिए। उनकी पारिवारिक स्थिति के अनुसार, उन्हें सुझाव दें। 

शिक्षकों से संवाद के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने सफल शिक्षक होने के गुण भी बताए। पीएम ने कहा कि सफल टीचर वही होता है जिनकी स्टूडेंट के प्रति पसंद या नापसंद का भाव न रखे। कक्षा में भले ही उनकी अपनी संतान ही क्यों न हो। किसी के साथ भेदभाव किए बिना शिक्षक समभाव से प्रत्येक छात्र की चिंता करे। 

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से संवाद के दौरान पीएम ने अर्थव्यवस्था पर भी बात की। कहा कि दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए भारत ब्रिटेन से आगे निकल गया है। इस स्थान को हासिल करना विशेष है क्योंकि हमने उन लोगों को पीछे छोड़ दिया है जिन्होंने 250 वर्षों तक हम पर शासन किया।