राजस्थानः सीएम पर रात तक हो सकता है फैसला..? गहलोत गुट एकजुट
सीएम पद को लेकर अब तक दो नेताओं के नाम सामने आए हैं। पहले नंबर पर सचिन पायलट और दूसरे पर सीपी जोशी दावेदार माने जा रहे हैं।
जयपुर, जनजागरुकता डेस्क। राजस्थान की कांग्रेस सरकार में उथल-पुथल मची हुई है। दिल्ली तक सियासी पारा गर्म है। रात तक नए सीएम पर फैसला आने की उम्मीद है। इसे लेकर गहलोत गुट के विधायक एकजुट हो गए हैं। बैठकों का दौर जारी है। अभी किसी भी तरह की कोई बात स्पष्ट नहीं है।
सीएम पद को लेकर अब तक दो नेताओं के नाम सामने आए हैं। पहले नंबर पर सचिन पायलट और दूसरे पर सीपी जोशी दावेदार माने जा रहे हैं। पायलट के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि गहलोत उनके सीएम बनने के खिलाफ बताए जा रहे हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी का नाम आलाकमान को सुझाया है।
इधर जानकारी मिली है कि गहलोत समर्थक विधायकों ने विधायक दल की बैठक से पहले एक और बैठक रखी है। मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर हो रही इस बैठक में सीएम उम्मीदवार को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि विधायक दल की बैठक में गहलोत समर्थक विधायक शक्ति प्रदर्शन भी कर सकते हैं। राजस्थान का नया सीएम कौन होगा यह जल्द ही सामने आ सकता है।
नए सीएम का नाम तय करने के लिए की प्रक्रिया आज रविवार से शुरू हो गई है। इसके लिए शाम 7 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें कांग्रेस सहित सरकार को समर्थन करने वाले सभी विधायकों को बुलाया गया है। बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी जयपुर आ गए हैं। बैठक के लिए दोनों नेताओं को ऑब्जर्वर बनाया है। यह दोनों नेता विधायकों से बात कर उनसे सीएम पद के दावेदारों को लेकर चर्चा करेंगे।
सीएम उम्मीदवार के नाम को लेकर विधायकों से चर्चा करने आए मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात की। विधायकों से होने वाली रायशुमारी के सवाल पर उन्होंने कहा, वन टू वन चर्चा की जाएगी या सामूहिक चर्चा होगी, यह अभी तय नहीं हैं। विधायकों से मुलाकात के बाद सारी बातें तय की जाएंगी। मैं और अजय माकन मिलकर तय करेंगे कि क्या करना है। वहीं, मुख्यमंत्री कौन बनेगा के सवाल पर अजय माकन ने कहा, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
बैठक में सीएम उम्मीदवार को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गहलोत गुट की कोशिश है कि सचिन पायलट को किसी भी तरह से सीएम न बनने दिया जाए। इससे पहले गहलोत गुट के मंत्री सुभाष गर्ग ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, दो साल पहले भजपा के साथ मिलकर गहलोत सरकार को गिराने की साजिश की गई थी। उस समय 102 विधायकों और सहयोगियों ने सरकार को बचाया था। उन्होंने कहा यह रायशुमारी का समय नहीं है, पद खाली होने के बाद ऐसा होता है।
रविवार को अशोक गहलोत जैसलमेर के श्री तनोट राय मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए नए सीएम के सवाल पर गहलोत ने कहा कि सीएम उम्मीदवार के चयन के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस में इस तरह के फैसले आलाकमान पर छोड़ने की परंपरा रही है। यह कांग्रेस की ताकत भी है। मैं चाहता हूं कि जो भी अगला सीएम बने वह युवाओं पर ध्यान दे। युवा अच्छे संस्कार ग्रहण करें। मैं अगस्त में ही आलाकमान से कह चुका हूं कि अगला मुख्यमंत्री उसे बनाया जाए जो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट करवा सके।