Chandkhuri स्थित कौशल्या माता धाम में भगवान Ram की बदली जाएगी प्रतिमा..

बताया गया कि, चंदखुरी (Chandkhuri) में राम वनगमन पथ की पहली मूर्ति बदली जाएगी। इस बार भगवान राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा बनाया जा रहा हैं।

Chandkhuri स्थित कौशल्या माता धाम में भगवान Ram की बदली जाएगी प्रतिमा..
"The statue of Lord Ram will be changed in kaushalya Mata Dham located in chandkhuri."

रायपुर, जनजागरूकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य की राजधानी रायपुर (Raipur) में स्थित चंदखुरी (Chandkhuri) में राम वनगमन पथ की पहली मूर्ति बदली जाएगी। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजय दशमी का पर्व 12 अक्टूबर को पूरे देश में मनाया जाएगा। विजय दशमी के ठीक पहले राजधानी रायपुर (Raipur) में स्थित भगवान राम का ननिहाल कहे जाने वाले चंदखुरी (Chandkhuri) कौशल्या माता धाम में राम वनगमन पथ में लगी भगवान राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा को बदलने की तैयार की जा रही है। वहीं ग्वालियर के रहने वाले मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा (Deepak Vishwakarma) भगवान राम की इस नई प्रतिमा को बना रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, मूर्ति को बनाने में करीब 78 लाख का खर्च आ सकता है। इसके लिए ग्वालियर के पहाड़ों से मंगवाए गए दो टन के 14 पत्थरों को जोड़कर मूर्ति आकार को दिया जा रहा है। शिवरीनारायण और सीतामढ़ी हरिचौका में लगी मूर्ति की तरह ही अब चंदखुरी (Chandkhuri) के लिए भी तैयार की जा रही है। राम वनगमन पथ में 9 जगहों को चिन्हित किया गया था। इसमें से 7 जगहों चंदखुरी, शिवरीनारायण, सीतामढ़ी हरिचौका, राजिम, चंपारण, नगरी सिहावा, रामगढ़ में मूर्ति लगाई गई है।

मूर्ति बदलने का लिया निर्णय- 

चंदखुरी में भगवान राम की प्रतिमा बदले जाने पर खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि, कांग्रेस शासन काल (Congress government) में सारे काम गलत हुए हैं। भगवान राम की प्रतिमा राम जैसी दिखनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस सरकार (Congress government) द्वारा स्थापित मूर्ति अलग दिखती है। इसलिए मूर्ति बदलने का निर्णय हुआ है। कांग्रेस (Congress government) के बीजेपी नेताओं के नजरों में दोष वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, कांग्रेस के लोग खुद अपना चश्मा बदलकर देखे क्या है। उन्होंने क्या बनाया है वो दिख जाएगा जो निर्णय हुआ है सही हुआ है। बता दें  ग्वालियर के मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा (Deepak Vishwakarma) 51 फीट ऊंची इस मूर्ति को तैयार कर रहे हैं। वहीं 2 महीने में मूर्ति बनकर हो तैयार हो जाएगी।

बताया गया कि, मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा (Deepak Vishwakarma) जो मैं 12 साल की उम्र से प्रतिमा बनाने का काम कर रहे हैं। ग्वालियर के मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा (Deepak Vishwakarma) 51 फीट ऊंची इस मूर्ति को तैयार कर रहे हैं। वहीं 2 महीने में मूर्ति बनकर हो तैयार हो जाएगी। उसे कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। पीसीएल कंपनी के द्वारा उसे इसके लिए कहा गया है। ठेकेदार राजकिशोर ही इसका खर्चा उठा रहे हैं।

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