ये विकृति वीभत्स है...बीमार मां ने दवा मांगी तो बेटे ने दे दी मौत
निर्दयी बेटे ने जिस कोख से निकलकर दुनिया देखी थी, उस दुनिया (मां) को पत्थर से कुचलकर खत्म कर दिया।
गरियाबंद, जनजागरुकता। सामाजिक विकृति का वीभत्स मामला सामने आया है। मां 3 दिन से बीमारी की हालत में भी घर के सारे काम कर रही थी। आज जब बीमारी शरीर तोड़ने लगी तो बेटे से कहा कि डॉक्टर को बुला ला पर कलियुगी बेटा इस पर मां से झगड़ बैठा। झगड़ा इतना बढ़ा कि निर्दयी बेटे ने जिस कोख से निकलकर दुनिया देखी थी, उस दुनिया (मां) को पत्थर से कुचलकर खत्म कर दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद शब्दकोष से निंदा-आलोचना जैसी उपमाओं ने भी मुंह मोड़ लिया है। आरोपी अब पुलिस गिरफ्त में है। घटना की सभी तरफ से घोर निंदा हो रही है।
मामला गरियाबंद जिले के अमलीपदर थाना क्षेत्र का है। अमलीपदर निवासी हराबाई निशाद (47वर्ष) विगत 3 दिनों से बुखार से पीड़ित थी। बीमार होने के वह बावजूद परिवार के सभी 5 सदस्यों के लिए भोजन भी बना रही थी। आज सुबह 10.30 बजे बीमार मां से सहा न गया तो बेटे धनमान (24) को डॉक्टर को बुलाने कहा।
बीमार मां की हालत पर तरस खाने की बजाए कलयुगी बेटा उससे झगड़ बैठा। पहले उस निर्दयी ने मां से हाथापायी की, फिर बचाव में आई दोनों छोटी बहनों पर भी उसने हाथ उठाया। गुस्सा यहीं ठंडा नहीं हुआ तो पत्थर लेकर मां को मारने दौड़ा। जान बचाने बेबस मां घर के पीछे खेत की ओर भागी पर शैतान बेटे ने पत्थर फेंककर सर पर वार किया, जिससे मां ने मौके पर दम तोड़ दिया।
आरोपी ने डीजल पीकर मरने की कोशिश की
घटना के बाद आरोपी धनमान ने घर से बाहर भागकर डीजल पीकर आत्महत्या की कोशिश भी की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अमलीपदर थाना प्रभारी चंदन मरकाम ने मामले की पुष्टि करते हुऐ बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।