जूनियर हॉकी में पाकिस्तान को हराकर भारत ने रचा इतिहास
पुरुषों के जूनियर हॉकी एशिया कप 2023 का आयोजन ओमान के सलालाह में हुआ। रोमांचक फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 2-1 से हराया।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। भारत ने ओमान के सलालाह में हुए पुरुषों के जूनियर हॉकी एशिया कप 2023 के रोमांचक फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर ख़िताब पर कब्जा कर लिया है। भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हरा यह इतिहास रचा है। भारत ने जूनियर हॉकी एशिया कप का खिताब चौथी बार जीता है। इस टूर्नामेंट को देखने के लिए भारी तादाद में भारत और पाकिस्तान के प्रशंसक जुटे थे।
आखिरकार बाजी भारतीय टीम के हाथ लगी
पाकिस्तान के खिलाफ पूरे मैच में भारतीय प्लेयर्स ने कमाल का खेल दिखाया। मैच के अंतिम क्षणों में पाकिस्तानी टीम ने वापसी की कोशिश की,लेकिनआखिरकार बाजी भारतीय टीम के हाथ लगी। भारत के लिए अंगद बीर सिंह ने 12वें मिनट में, अराइजीत सिंह हुंडल ने 19वें मिनट में गोल दागे, जबकि भारत के पूर्व मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमेंस की कोचिंग वाली पाकिस्तानी टीम के लिए एक मात्र गोल 37वें मिनट में बशारत अली ने किया।दूसरे क्वार्टर में भी गेंद को भारतीय टीम ने अपने पास रखा।
भारत ने चौथी बार जीता है खिताब
भारत ने पिछली बार मलेशिया में खेले गए टूर्नामेंट में पाकिस्तान को 6-2 से हराकर खिताब जीता था। जूनियर हॉकी एशिया कप का आयोजन आठ साल बाद हो रहा है। कोरोना महामारी के कारण 2021 में इसका आयोजन नहीं हुआ था। भारत ने आक्रामक शुरुआत करके पाकिस्तानी गोल पर पहले ही क्वार्टर में कई हमले किए। भारत को 12वें मिनट में पहली कामयाबी अंगद बीर ने दिलाई। भारत ने 2004, 2005 और 2015 के बाद यह खिताब चौथी बार जीता है जबकि पाकिस्तान 1987, 1992 और 1996 में चैम्पियन रह चुका है। दोनों टीमें इससे पहले तीन बार जूनियर पुरूष हॉकी एशिया कप के फाइनल में भिड़ चुकी हैं। पाकिस्तान ने 1996 में जीत दर्ज की जबकि 2004 में भारत विजयी रहा।
आक्रामक खेल दिखाया भारतीय प्लेयर्स ने
हाफटाइम से पहले पाकिस्तान के शाहिद अब्दुल ने सुनहरा मौका बनाया लेकिन गोल के सामने से उनके शॉट को भारतीय गोलकीपर मोहित एच एस ने पूरी मुस्तैदी से बचाया। दूसरे हाफ में पाकिस्तानी टीम ने आक्रामक वापसी की और इसका फायदा उसे तीसरे क्वार्टर के सातवें मिनट में मिला
भारतीय डिफेंडरों को छकाते हुए बशारत ने दागी गोल
जब शाहिद अब्दुल ने सर्कल के भीतर से भारतीय डिफेंडरों को छकाते हुए गोल के दाहिनी ओर खड़े बशारत को गेंद सौंपी और उन्होंने भारतीय गोलकीपर को चकमा देकर गोल कर दिया। पाकिस्तान को 50वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम बराबरी का गोल नहीं कर सकी। वहीं चार मिनट बाद लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। भारत और पाकिस्तान दोनों टूर्नामेंट में अपराजेय रहे हैं।