गोली से घायल बच्चे को अस्पताल ले जा रहे थे, कि दंगाइयों ने एंबुलेंस को कर दिया आग के हवाले

मणिपुर में दर्दनाक हिंसा जारी है। एंबुलेंस में मां के साथ मासूम बच्चे सहित तीन लोगों की जान चली गई।

गोली से घायल बच्चे को अस्पताल ले जा रहे थे, कि दंगाइयों ने  एंबुलेंस को कर दिया आग के हवाले

इंफाल, जनजागरुकता डेस्क। मणिपुर में हिंसा की आग अभी शांत नहीं हो पाई है। घटनाएं लगातार जारी है। दंगाइयों की वजह से पूरा प्रदेश दहशत में है। इस बार दंगाइयों ने एक एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया, दर्दनाक हादसे में एक मासूम के साथ मां और एक अन्य की जान चली गई।

मामले पर पुलिस ने बताया कि हिंसा के दौरान गोलीबारी में एक बच्चे को सिर में गोली लग गई थी। उसका इलाज कराने के लिए मां और एक अन्य रिश्तेदार को एंबुलेंस से इंफाल का अस्पताल ले जाया जा रहा था इसी दौरान दंगाइयों ने एंबुलेंस घेर लिया और आग लगा दी। करीब 8 वर्षीय घायल बच्चे के साथ ही दो अन्य लोग एंबुलेंस सहित आग में जल गए। बता दें दर्दनाक घटना इसोइसेम्बा में रविवार शाम को हुई।

राहत शिविर में गोली लगी

अधिकारियों के अनुसार कांगचुप में असम राइफल्स के राहत शिविर में ये लोग रह रहे थे। चार जून की शाम को अचानक इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई। कैंप में इसी दैरान बच्चे के सिर पर एक गोली लग गई। असम राइफल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने तुरंत इंफाल में पुलिस से बात की और एक एंबुलेंस की व्यवस्था की। चूंकि मां बहुसंख्यक समुदाय से थी, इसलिए बच्चे को सड़क मार्ग से इंफाल के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने का फैसला लिया गया। 

घटनाट के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई

असम राइफल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए जानकारी दी कि भीड़ ने जिन लोगों को आग के हवाले कर दिया उनकी पहचान 8 साल का तोंसिंग हैंगिंग, उसकी 45 वर्षीय मां मीना हैंगिंग और 37 वर्षीय लिडिया लोरेम्बम के रूप में हुई है। घटनास्थल और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

janjaagrukta.com