हमारी सनातनी हिन्दू संस्कृति को कोई फूंक मार कर उड़ा दे ऐसा संभव नहीं- स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती
शंकराचार्य आश्रम में आयोजित धर्मसभा में हजारों श्रद्धालु जुटे। महिलाओं ने शोभायात्रा निकली। हिन्दूराष्ट्र बनाने का संकल्प दोहराया गया।
रायपुर, जनजागरुकता। गोवर्धनमठ के पुरीपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी का 81वां प्राकट्य महोत्सव राजधानी रायपुर के रावाभांठा, बिरगांव स्थित शंकराचार्य आश्रम में धूमधाम से मनाया गया। इस महोत्सव में शंकराचार्य के हजारों अनुयायी शामिल हुए। इस दौरान पूरा पंडाल ‘हम भारत भव्य बनाएंगे’, ‘हम हिंदू राष्ट्र बनाएंगे’ के नारों से गूंजा उठा।
धर्मसभा में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संकल्प लें। हिंदू हित में बात करें। हजारों वर्ष पुरानी हमारी सनातनी हिन्दू संस्कृति को कोई फूंक मार कर उड़ा दे ऐसा संभव नहीं है। भविष्य में हिन्दू राष्ट्र बनेगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए हमको एकजुट होकर काम करना होगा। किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है।
पेट और परिवार तक सीमित नहीं रहना चाहिए
इस बीच धर्मसभा में आए हजारों भक्तों को संबोधित करते हुए शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि आज हमें एकजुट रहने की जरुरत है। हिन्दू धर्म की रक्षा करने के लिए कराते, तलवार प्रशिक्षण जरूरी है। हिन्दूओं को पेट और परिवार तक सीमित नहीं रहना चाहिए।
शब्दभेदी बाण चलाने वाले नेताओं के कुचक्र में कतई न फसें
उन्होंने कहा कि हिन्दू हित में काम करने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए एक रुपये दान कर सहयोग करें। राजनेता हमें आपस में लड़ाकर अपना उल्लू सीधा करते रहते हैं। इनके बहकावे में न आएं। देश के राजनेता राजनीति की परिभाषा जानते नहीं हैं और राजनीति करने चले हैं। नेता बनकर ज्ञान बांटते घूम रहे हैं। ऐसे लोगों को जानें और समझें। शब्दभेदी बाण चलाकर लोगों को बहकाते हैं। ऐसे नेताओं के कुचक्र में कतई न फसें।
हम हिंदू एक रहें, तभी हिंदू राष्ट्र बन सकता है- अनिता योगेंद्र शर्मा
धर्मसभा में कांग्रेस विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मंच से कहा कि जो जहां पर हैं, जिस जगह पर हैं, जिस गांव में हैं। वहीं से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संकल्प लें। हिंदूओं के बारे में सोचें और किसी के बहकावे में न आएं।उन्होंने कहा कि हम हिंदू एक रहें, तभी हिंदू राष्ट्र बन सकता है। वहीं धर्मसभा के दौरान तीन परिवारों ने धर्म वापसी भी की है।
1100 महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा
धर्म सभा के शुरू करने से पहले कलश यात्रा निकाली गई, जो रावांभाठा के बंजारी माता मंदिर से निकाली गई और शंकराचार्य आश्रम श्री सुदर्शन संस्थानम में खत्म हुई। इसमें ग्यारह हजार महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हुए हैं। वहीं लोग देशभक्ति के नारे जोर-शोर से लगा रहे हैं।
1500 जोड़े ने किया महा रुद्राभिषेक
जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती के आश्रम में सुबह 8 बजे भगवान भोलेनाथ का 1500 जोड़ों के व्दारा महा रुद्राभिषेक किया गया। इसके बाद शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती का दर्शन व आर्शीवचन दिया।