घर में रखी पुरानी गाड़ियों से अब परेशान होने की जरूरत नहीं, ..ऐसे उठाएं लाभ

राज्य का पहला वाहन स्क्रैपिंग सेंटर रायपुर में शुरू हो चुका है। पुरानी गाड़ी बेचकर नई गाड़ी में बड़ी छूट पा सकते हैं। मेटल कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया इसका संचालन कर रहा है।

घर में रखी पुरानी गाड़ियों से अब परेशान होने की जरूरत नहीं, ..ऐसे उठाएं लाभ

रायपुर, जनजागरुकता। आपके पास भी दशकों पुरानी गाड़ियां परेशान कर रही हैं, जिसका उपयोग नहीं हो पा रहा है और आगे भी काम की नहीं रहेगी, तो अब चिंता की जरूरत नहीं है। छत्तीसगढ़ में इसका समाधान निकाल लिया गया है। 

..जी हां यह सच है, राज्य के निवासी अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करना चाहते हैं तो नियमानुसार आवेदन देकर पुरानी गाड़ियों के बोझ से मुक्त हो सकते हैं। वहीं कई लाभ भी उठा सकते हैं। कार मालिकों को अपनी 15 साल पुरानी गाड़ी को बेचने के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि अब छत्तीसगढ़ में ही स्क्रैप सेंटर शुरू कर दिया गया है।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में पहले वाहन स्क्रैपिंग सेंटर की शुरुआत हो चुकी है।  परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने रायपुर जिले के ग्राम धनेली में स्क्रैपिंग सेंटर का उद्घाटन किया है। जहां आप भी अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करना चाहते हैं तो शासन के नियमों के अनुसार प्रक्रिया पूरी कर परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।

ऐसे करें आवेदन

सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://vscrap.parivahan.gov.in पर जाएं। यहां मांगी गई जानकारी के अनुसार फॉर्म भरें। फिर स्क्रैप सेंटर आवेदक से संपर्क कर आप प्रक्रिया पूरी करवा सकते हैं। जहां आपको गाड़ी लाने व उसके स्क्रैप करने की आगे की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी।

नई गाड़ी खरीदेंगे तो टैक्स में 25 प्रतिशत छूट

बता दें कि विभागीय जानकारी अनुसार इस सेंटर में सरकारी विभागों की सभी 15 वर्ष पुरानी गाड़ियों का स्क्रैप किया जाएगा। वहीं इसके अलावा पंजीकृत स्क्रैपिंग सेंटर से गाड़ी को स्क्रैप कराने के बाद अगर आप नई गाड़ी खरीदेंगे तो इसमें टैक्स में 25 प्रतिशत छूट भी मिलेगी। टैक्स में छूट के लिए पंजीकृत स्क्रैपिंग सेंटर द्वारा ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।

वाहन स्क्रैपिंग हब के रूप में स्थापित करेंगे

इस मामले में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ को मध्य भारत के लिए वाहन स्क्रैपिंग हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह सेंटर पूरी तरह से डिजिटलीकृत किया गया है जिससे लोगों की चिंता दूर हो सके। इसके अलावा छत्तीसगढ़ औद्योगिक नीति 2019-24 के तहत पंजीकृत व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर उच्च प्राथमिकता वाले उद्योगों की श्रेणी में से एक है, जिसके लिए ग्राहक अधिसूचना भी जारी की गई है। मेटल कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा इसका संचालन किया जाएगा।

ऐसे की जाती है गाड़ियों की स्क्रैपिंग

गाड़ी स्क्रैपिंग की प्रक्रिया में जब गाड़ी स्क्रैप सेंटर पहुंचती है तो पहले उसे नई टेक्नालॉजी का उपयोग कर वैज्ञानिकीकरण से नष्ट किया जाता है। गाड़ी में लगे पहिए और इंजन किट हटा कर अगले चरण के लिए भेज दिया जाता था। इसके बाद बैटरी और फ्री-ऑन गैस किटों को पूरी तरह से डिस्ट्रॉय कर दिया जाता है। फिर वाहन की सीटें, स्टीयरिंग, इंजन और रेडिएटर हटा दिया जाता है।

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