ऑनलाइन गेम का चस्का: गेम में बाजी हारा, छठी कक्षा के छात्र ने दी जान..
नितिन (Nitin) को कम उम्र में मोबाइल पर ऑनलाइन गेम का चस्का लग गया था। बीते सितंबर माह में उसे करीब चार लाख रुपये का फायदा हुआ था। लेकिन इस बार उसे काफी नुकसान होना बताया जा रहा है। जिससे वह डिप्रेशन में था।
उत्तरप्रदेश, जनजागरूकता डेस्क। देवरिया (Devriya) जिले के भलुअनी (Bhaluani) थाना इलाके के पोखर भिंडा गांव में रहने वाले कक्षा छह के छात्र ने खुदकुशी कर ली। छात्र नितिन शर्मा (15) पुत्र अंगद शर्मा का शव शुक्रवार की शाम कमरे में लगे पंखे से फंदे के सहारे लटकता मिला।
जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया। नितिन की मौत की वजह लोग ऑनलाइन गेम में दो से ढाई लाख रुपये हार जाना बता रहे हैं। वह पिछले कुछ दिनों से अवसाद में था। पोखरभिंडा (Pokharbhinda) गांव निवासी नितिन शर्मा पुत्र अंगद शर्मा शाम को घर पर था, जबकि दादी और मां किसी काम से भलुअनी गई थीं। परिजनों के अनुसार, बाजार से वापस घर लौटने पर दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज लगाने के बाद भी नितिन ने दरवाजा नहीं खोला।
बताया जा रहा है कि अंदर से जवाब न मिलने पर लोग दरवाजा तोड़कर कमरे में गए। जहां सभी दंग रह गए। नितिन का शव कमरे में पंखे से साड़ी के फंदे के सहारे लटकता मिला। जिसे देख मां पछाड़ खाकर गिर पड़ी। जबकि दादी का रो-रोकर बुरा हाल था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को परिजनों को सौंप दिया। सीओ बरहज आदित्य कुमार गौतम ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। इंस्पेक्टर भलुअनी रामाज्ञा सिंह ने बताया कि परिजन अंत्यपरीक्षण कराना नहीं चाहते थे।
कम उम्र में ही ऑनलाइन गेम का चस्का लग गया था | पोखरभिण्डा गांव के रहने वाले कक्षा छह के छात्र नितिन शर्मा की मौत से गांव में सन्नाटा है। उसके इस कदम से लोग हतप्रभ हैं। बताया जा रहा है कि नितिन (Nitin) को कम उम्र में मोबाइल पर ऑनलाइन गेम का चस्का लग गया था। बीते सितंबर माह में उसे करीब चार लाख रुपये का फायदा हुआ था। लेकिन इस बार उसे काफी नुकसान होना बताया जा रहा है। जिससे वह डिप्रेशन में था।
भलुअनी थाना इलाके के पोखरभिण्डा गांव निवासी अंगद शर्मा विदेश में रहते हैं। जबकि उनकी पत्नी, पुत्र निखिल, नितिन के साथ गांव में रहती हैं। हालांकि निखिल लखनऊ में रहकर पढ़ाई करता है। ग्रामीणों के अनुसार, नितिन काफी तेज दिमाग का था। लेकिन उसे मोबाइल पर गेम का चस्का लग गया था।
पिछले कुछ माह से पढ़ाई के साथ-साथ वह मोबाइल गेम में बिजी रहता था। लोगों का यह भी कहना था कि कम उम्र में ऑनलाइन गेम में चार लाख का फायदा होने से काफी उत्साहित हो गया था। लेकिन उसे क्या पता था कि यह गेम उसकी मौत का कारण बन जाएगा।
पिछले कुछ दिनों में ऑनलाइन गेम में हुए नुकसान से वह काफी विचलित था। बेटे की मौत की जानकारी होने पर पिता अंगद विदेश से गांव के लिए चल दिए हैं।janjaagrukta.com