सेना ने दिमाग और ताकत का सही समायोजन करने के लिए भर्ती नियमों में बदलाव किया: अधिकारी
भारतीय सेना ने दिमाग और ताकत का सही समायोजन करने के लिए अपनी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है।
श्रीनगर, जनजागरुकता डेस्क। भारतीय सेना ने दिमाग और ताकत का सही समायोजन करने के लिए अपनी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है। सेना के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सेना में भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी कर्नल जी. सुरेश ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले भर्ती प्रक्रिया के अंत में एक लिखित परीक्षा होती थी, लेकिन अब पहली बात यह जरूरी होगी कि भर्ती होने वाले लोग शारीरिक रूप और मानसिक रूप से मजबूत हों।'' उन्होंने कहा कि अन्य जांच जैसे शारीरिक और चिकित्सा जांच लिखित परीक्षा के बाद की जायेंगी।
भर्ती प्रक्रिया में दूसरा बड़ा बदलाव
कर्नल सुरेश ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में दूसरा बड़ा बदलाव यह किया गया है कि उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए 500 रुपये का शुल्क देना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इस राशि में से भारतीय सेना 250 रुपये वहन करेगी जबकि उम्मीदवार को केवल 250 रुपये का भुगतान करना होगा।'' कर्नल सुरेश ने कहा कि ‘अग्निवीर' के रूप में भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया इस महीने की शुरुआत में जारी देशव्यापी अधिसूचना के साथ शुरू हो गई है।
संशोधित भर्ती प्रक्रिया
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण वर्ष में केवल एक बार किया जा सकता है। संशोधित भर्ती प्रक्रिया के अनुसार, भर्ती रैली से पहले कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन साझा प्रवेश परीक्षा (सीईई) आयोजित की जाएगी। सेना ने प्रक्रिया में बदलाव के संबंध में हाल में विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया था। भर्ती तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में, वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों को सीईई से गुजरना होगा।
बयान में कहा गया है कि चरण दो में, चयनित उम्मीदवारों को संबंधित सेना भर्ती कार्यालयों (एआरओ) द्वारा तय किए गए स्थान पर भर्ती रैली के लिए बुलाया जाएगा, जहां वे शारीरिक फिटनेस परीक्षण और शारीरिक माप परीक्षण से गुजरेंगे। बयान के अनुसार अंत में चरण तीन में, चयनित उम्मीदवारों को चिकित्सा जांच से गुजरना होगा।
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