देश के लिए रहें सपर्पित- सेना को सहयोग कर पाएं आयकर की धारा, 1961 80जी के अंतर्गत कर मुक्त
वेबसाइट ksb.gov.in. पर योगदान कर सकते हैं। यह योगदान आयकर की धारा, 1961 80जी के अंतर्गत कर मुक्त है।
शौर्य, वीरता, पराक्रम और साहस के साथ मातृभूमि की
सेवा कर रहे हैं, यह देश सदैव आपका कृतज्ञ रहेगा..
नीरज उपाध्याय
सशस्त्र सेना झंडा दिवस विशेष
जनजागरुकता डेस्क। सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर थल, जल और वायु सेना के उन वीर जवानों को याद किया जाता है जो देश की रक्षा में अपनी जान गंवा दिए। 7 दिसंबर को मनाए जाने वाले झंडा दिवस पर शहीदों को सलाम.. यह संदेश पूरा देश दे रहा है। सोशल मीडिया पर भी देशभक्ति संदेश भेजकर कर लोग अपने का गर्व महसूस कर रहे हैं..
हमें चैन से रहने देने के लिए, देश की रक्षा में लगे हैं। शौर्य, वीरता, पराक्रम और साहस के साथ मातृभूमि की सेवा, अद्वितीय, कर्तव्यनिष्ठा तथा निस्वार्थ समर्पण की भावना से कर रहे हैं। यह देश सदैव आपका कृतज्ञ रहेगा..
देशभर में आज सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जा रहा है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस 1949 से हर वर्ष सात दिसम्बर को थल सेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों के सम्मान में मनाया जाता है। लोग वेबसाइट ksb.gov.in. पर योगदान कर सकते हैं। यह योगदान आयकर की धारा, 1961 80जी के अंतर्गत कर मुक्त है।
सशस्त्र सेना फंड में योगदान दें
भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर शहीद जवानों, दिव्यांग सैनिकों और उनके परिजनों की सहायता के लिए सशस्त्र सेना झंडा दिवस फंड में योगदान देना चाहिए। हमारे जवान देश के रक्षक हैं और उन्होंने नागरिकों की रक्षा के लिए बलिदान दिए हैं। हमें बहादुर जवानों के शौर्य और देशभक्ति के लिए उन्हें नमन करना चाहिए।
..ताकि उनके परिवार को मदद मिल सके
यह दिन सशस्त्र बलों और उनके परिवार के प्रति सम्मान व्यक्त करने का विशेष अवसर है। देश को उनकी बहादुरी और निस्वार्थ बलिदान पर गर्व है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस फंड में योगदान करें जिससे जवानों और उनके परिवार को मदद मिले।
खास ..इसलिए है, झंडा खरीदकर नेक काम में योगदान दें
इस दिन को मनाने के लिए, भारतीय सशस्त्र बलों की सभी 3 शाखाएं- भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के समर्पित- आम जनता को सेना के अदम्य साहस को दिखाने के लिए अनेक तरह के शो, कार्निवल, आयोजन और अन्य मनोरंजन कार्यक्रमों की व्यवस्था करती है। रेलवे स्टेशनों पर, स्कूलों में या अन्य स्थलों पर आज लोग आपको झंडे लिए मिल जाएंगे जिनसे आप चाहें तो झंडा खरीद इस नेक काम में अपना योगदान दे सकते हैं।
जानें इतिहास, ..इसलिए मनाया जाता है
7 दिसंबर के दिन भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने के पीछे कारण यह है कि, भारत को आजादी मिलने के बाद 28 अगस्त 1949 को भारत सरकार द्वारा भारतीय सेना के जवानों के कल्याण के लिए एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने 7 दिसंबर को प्रतिवर्ष झंडा दिवस मनाने के लिए चुना। वहीं जवानों के कल्याण के लिए धन जमा करने के लिए समिति ने लोगों के बीच छोटे झंडे बांटकर, उससे चंदा इकट्ठा किया। इस झंडे में तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) तीनों सेनाओं को प्रदर्शित किया है।
..ये है उद्देश्य
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर किए गए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य हैं- पहला युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग। दूसरा सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग के लिए और तीसरा सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण के लिए।
इसलिए खास है सशस्त्र सेना झंडा दिवस
सशस्त्र सेना झंडा दिवस देश के नाम आपना जीवन करने वाले दिव्यांग पूर्व सैनिकों, युद्ध में वीर गति प्राप्त किए हुए सैनिकों की विधवाओं, शहीदों के परिवार जनों की देखभाल करने के लिए मदद सुनिश्चित करता है और उनके प्रति हमारी प्रतिबद्धता और सम्मान का प्रतीक है।
सैनिक ही देश के ढाल
सैनिक देश की वो ढाल होते हैं, जो देश को हर खतरे और बुराइयों से बचाते हैं। सैनिक देश का वो गौरव हैं जो हमेशा देश का अभिमान बन के देश की रक्षा और मान बढ़ाते हैं। अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए बहुत से सैनिकों ने अपने प्राणों तक बलिदान दे देते हैं और देश के दुश्मनों का मुहतोड़ जवाब देने के लिए हमारे वीर सेनानी हमेशा तैयार रहते हैं।
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