घर में घुसकर हत्या का प्रयास, एक गिरफ्तार, 4 पहले हो चुके, एक फरार

बिटकुली में गत 31 जुलाई को दिन में गाड़ी रफ चलाने को लेकर हुआ विवाद रात में गंभीर वारदात में तब्दील हो गया।

घर में घुसकर हत्या का प्रयास, एक गिरफ्तार, 4 पहले हो चुके, एक फरार

बलौदाबाजार, जनजागरुकता। ग्राम बिटकुली में गत 31 जुलाई को दिन में गाड़ी रफ चलाने को लेकर हुआ विवाद रात में गंभीर वारदात में तब्दील हो गया। आरोपी ने अपने साथियों के साथ हत्या की गरज से रात में घर में घुसकर प्रार्थी व उसके परिजनों पर प्राणघातक हमला कर दिया। आरोपियों ने रात में घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की । पुलिस ने मामले के एक आरोपी को आर्म्स एक्ट के तहत बुधवार को गिरफ्तार कर लिया जबकि 4 पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। एक अन्य आरोपी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। 

थाना सिटी कोतवाली टीआई यदुमणी सिदार ने बताया कि आरोपी अजय ऊर्फ चूडामणी साहू पिता वीरेंद्र  साहू (21 ) निवासी ग्राम खटियापाटी को आज गिरफ्तार किया गया। अन्य आरोपियों के खिलाफ  621/2022 धारा 307,427,456,294,506,34,147,147, 459 भादवि 25,27 आर्म्स एक्ट के अपराध दर्ज है। 

जूरा मामला इस प्रकार है
ग्राम बिटकुली निवासी प्रार्थी रामकुमार साहू ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 31 जुलाई को उनका परिवार सो गया था । इसी दौरान रात करीब 10.30 बजे आरोपी अजय ऊर्फ चूडामणी साहू पिता वीरेंद्र साहू अपने साथियों के साथ जबरिया घर में घुस आया । आरोपी व उसके साथियों योगेश सेन, जनीराम और उसके अन्य ने न केवल मारपीट की बल्कि घातक हथियारों से पूरे परिवार को जान से मारने की गरज से जानलेवा हमला भी किया। पुलिस ने घायलों का डाक्टरी मुलाहिजा करवाया। इसमें सामने आया कि घायलों को धारदार हथियार से मार्मिक अंगों पर कई जगहों पर गंभीर चोटें आई हैं। 

दरवाजा बंद न करते तो हो जाती हत्या
आरोपी ने भीड़ के साथ घर में घुसकर हिंसा की तथा ट्रैक्टर, स्कार्पियो, स्कूटी, बाइक तोड़ दी। घर के खिड़की दरवाजे को तोड़कर कमरों के अंदर सो रहे लोगों पर दरवाजा तोड़कर जानलेवा हमला कर हत्या का प्रयास किया है। आरोपी ने योगेश सेन फरार है जबकि हरिकिशन यादव, जनी भारद्वाज, देवनारायण एवं सचिन पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। आरोपियों ने पूरी तैयारी के साथ खतरनाक हथियारों के साथ जबरन घर में घुसकर प्राणघातक हमला किया। कई गवाहों ने मकान के आखिरी कमरे में घुसकर दरवाजा बंद कर जान बचाई। यदि दरवाजा बंद नहीं किया गया होता तो आरोपी इन लोगों की हत्या भी कर सकते थे।