Breaking : सौम्या चौरसिया की बढ़ी रिमांड, बाकी आरोपियों की अब वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी पेशी
मनी लांड्रिंग और कोल परिवहन में अवैध लेवी के मामले में ईडी की मांग पर स्पेशल जज का फैसला।
रायपुर, जनजागरुकता। मनी लांड्रिंग और कोल परिवहन में अवैध लेवी के मामले में ईडी की मांग पर सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया की 4 दिन की और रिमांड मंजूर कर दी गई है। मामले पर स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में आज सुनवाई हुई। जहां यह आदेश दिया गया, वहीं मामले के अन्य आरोपियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश करने के निर्देश दिए हैं।
पिछली रिमांड की अवधि खत्म होते ही ईडी ने आज फिर मामले के स्पेशल कोर्ट में आरोपियों सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी और सीएम सचिवालय की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया। इससे पहले ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के कर्मचारी बड़े-बड़े कार्टून में सबूत लेकर आए।
एक दिन पहले ही चालान पेश किया
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मनी लांड्रिंग और कोल परिवहन में अवैध लेवी के मामले में स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की अदालत में चालान पेश किया था। पिछली पेशी के दौरान ही ऐसे संकेत मिले थे कि ईडी 10 दिसंबर को चालान पेश कर सकती है। हालांकि ईडी ने एक दिन पहले ही चालान पेश कर दिया था।
सौम्या के लिए अलग से पेश करेंगे चालान
फिलहाल सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल के खिलाफ चालान पेश किया है। सौम्या के लिए अलग से चालान पेश किया जाएगा। मनी लॉन्ड्रिंग मामले पर ईडी ने एक दिन पहले ही 8 हजार पेज की चार्जशीट दाखिल की थी। सभी आरोपियों पर 500 करोड़ की वसूली का आरोप है।
पद और पहुंच का लाभ उठाकर हेराफेरी की
ईडी ने कोर्ट को बताया है कि चारों आरोपियों ने अपने पद और पहुंच का लाभ उठाकर करोड़ों रुपए की हेराफेरी की है। बताया जा रहा है कि ईडी ने अपनी चार्ज शीट में अब तक जांच व पूछताछ के बाद मिले सबूतों के आधार पर अवैध वसूली की लंबी-चौड़ी लिस्ट बनाई है।
चालान में अवैध वसूली का रिकार्ड
बताया जा रहा है कि पेश चार्ज शीट में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध वसूली का रिकार्ड है। यह सभी दस्तावेज सौंपते हुए ईडी ने कोर्ट को कई अहम जानकारियां दी है।चार्जशीट में अवैध वसूली के सभी तथ्य हैं।
सवा साल के अंदर कमाए 500 करोड़
बताया गया कि इन आरोपियों ने सवा साल के अंदर कोयला परिवहन से 500 करोड़ से ज्यादा की वसूली की और इस राशि का बंदरबांट किया। शुक्रवार को ईडी के अफसर कोर्ट पहुंचे और चार्जशीट सौंप दिए। शनिवार तक इन्हें चार्ज शीट सौंपनी थी लेकिन एक दिन पहले ही ईडी ने अपना काम कर दिया। janjaagrukta.com