डॉक्टर रील देखने में Busy और मरीज़ की मौत…..परिजनों का अस्पताल में हंगामा..

परिजनों के बार-बार आग्रह करने के बावजूद डॉक्टर ने मरीज को देखने की जहमत नहीं उठाई और नर्स को देखने के लिए कह दिया। जब मरीज की हालत अत्यधिक गंभीर हो गई, तब परिजनों ने विरोध किया।

डॉक्टर रील देखने में Busy और मरीज़ की मौत…..परिजनों का अस्पताल में हंगामा..
डॉक्टर रील देखने में Busy और मरीज़ की मौत…..परिजनों का अस्पताल में हंगामा..

मैनपुरी, जनजागरुकता। मैनपुरी जिला अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक डॉक्टर की लापरवाही ने एक मरीज की जान ले ली। मोहल्ला सौथियाना निवासी गुरुशरण सिंह की मां प्रवेश कुमारी को हार्ट अटैक आने के बाद महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। जहां मरीज की हालत बिगड़ने के बाद भी डाॅक्टर मोबाइल पर रील देखता रहा। मरीज की मौत के बाद नाराज परिजनों ने अस्पताल मेें जमकर हंगामा किया। उधर परिजनों की नाराजगी के बाद भी डाॅक्टर ने अपनी गलती मानने के बजाये उल्टे उनसे विवाद करने लगा।

परिजनों ने लगाया डॉक्टर पर आरोप

इमरजेंसी में तैनात फिजिशियन डॉ. आदर्श सेंगर अपनी कुर्सी पर बैठकर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील्स देखने में व्यस्त थे। परिजनों के बार-बार आग्रह करने के बावजूद डॉक्टर ने मरीज को देखने की जहमत नहीं उठाई और नर्स को देखने के लिए कह दिया। जब मरीज की हालत अत्यधिक गंभीर हो गई, तब परिजनों ने विरोध किया।

डॉक्टर ने मृतक के बेटे को थप्पड़ मारा

इस पर डॉक्टर आदर्श सेंगर ने न केवल अपना आपा खो दिया बल्कि मरीज के बेटे गुरुशरण सिंह के साथ मारपीट भी की। इस दौरान प्रवेश कुमारी ने दम तोड़ दिया। मामला बिगड़ता देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया।

CMS का बयान

सीएमएस मदनलाल ने बताया जिला अस्पताल में जिस समय मरीज आया उस समय डॉक्टर आदर्श सेंगर की ड्यूटी थी। मरीज का पैरामेडिकल स्टाफ ने उसका रुटीन चेकअप किया परिजनों का आरोप है कि मरीज डॉक्टर के सामने था, जो कि उनको देखना चाहिए था लेकिन वह डॉक्टर अपनी कुर्सी पर बैठे रहे और मोबाइल चलाते रहे उन्होंने मरीज नहीं देखा, उनको मरीज तक पहुंचने में 15 से 20 मिनट का गैप बताया गया है, जो नहीं होना चाहिए था।janjaagrukta.com