ईडी का छापाः कई अफसरों, व्यापारियों के यहां चल रही जांच, सीएम ने कहा- चिटफंड घोटाले में कार्रवाई क्यों नहीं करती केंद्र सरकार
इधर सीएम भूपश बघेल ने मामले में कहा है कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार कैसे सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
रायपुर, जनजागरुकता। ईडी ने एक बार फिर राज्य में सुबह 5 बजे से छापेमारी शुरू कर दी है। इस बार भी वही लोग छापे या उनके करीबी लोग छापे के केंद्र में हैं जिन पर इसके पहले भी ईडी छापामार कार्रवाई कर चुका है। खबरों के मुताबिक कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कारोबारियों के घर पर भी छापा मारा गया है।
इधर सीएम भूपश बघेल ने मामले में कहा है कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार कैसे सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। 6 हजार करोड़ के चिटफंड घोटाले पर ईडी-आईटी की कार्रवाई क्यों नहीं होती..? चुनाव तक इस तरह की कार्रवाई होगी, लेकिन जनता जान चुकी है।
राजधानी रायपुर, रायगढ़ सहित कई जिलों में सुबह-सुबह ईडी की टीम पहुंची है। राज्य के कई अफसरों के घर पर टीम जांच कर रही है। ये सभी अफसर सीएम भूपेश बघेल के करीबी बताए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में इस बार ईडी ने दुर्ग, रायपुर, रायगढ़ और महासमुंद सहित कई जगहों पर छापा मारा है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सौम्या चौरसिया, रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू के आवास पर, महासमुंद में अग्नि चंद्राकर, सूर्यकांत तिवारी, माइनिंग हेड आईएएस जेपी मौर्य के रायपुर स्थित आवास पर, रायगढ़ के गांजा चौक निवासी नवनीत तिवारी, प्रिंस भाटिया, सीए सुनील अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की कार्यवाही जारी है।
अल सुबह पहुंची टीमें
बताया जा रहा है कि सुबह 5 बजे से इन सभी के घर ईडी दर्जनभर टीम के साथ रेड कर रही है। बता दें कि इससे पहले भी आईटी और ईडी द्वारा सौम्या चौरसिया, कलेक्टर रानू साहू, सूर्यकांत तिवारी से पहले भी पूछताछ की जा चुकी है। पिछली बार कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी और सौम्या चौरसिया के घर से लगभग 200 करोड़ रुपए की चल अचल संपत्ति सामने आई थी। janjaagrukta.com