भारत.. धर्म-आस्था का केंद्र- दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर, कान्हा की भक्ति में हो जाएंगे लीन

हमारे आस्था स्थलों के वैज्ञानिक तथ्यों को समझने लाखों की संख्या में सैलानियों का सालभर तांता लगा रहता है।

भारत.. धर्म-आस्था का केंद्र- दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर, कान्हा की भक्ति में हो जाएंगे लीन

जीवन मंत्र..  मानें चाहे न मानें..

जनजागरुकता, धर्म डेस्क। भारत दुनिया का ऐसा देश है जहां की जमीं पर देवी-देवताओं का वास है। यहीं की धरती पर दुनिया चलाने वालों का अवतार हुआ और मानव को सद्मार्ग दिखाया। इसलिए तो यहां के पत्थरों पर उनका वास है ..और हमारा विश्वास, आस्था इसी पर टिकी हुई है। और यही सनातन धर्म का आधार है इसे हजारों साल बाद भी झुठलाया नहीं जा सका.. और ना ही झुठलाया जा सकेगा।

इसका उदाहरण भारत में हजारों साल से खड़े गगनचुंबी मंदिरों की इमारते हैं। जहां बजते घंटे, घड़ियाल, ढोल-नगाड़ों की आवाज जो दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है। जहां हमारे आस्था स्थलों के वैज्ञानिक तथ्यों को समझने लाखों की संख्या में सैलानियों का सालभर तांता लगा रहता है। 

ये धार्मिक स्थल भारत में पर्यटल का भी केंद्र है। यहां घूमने के लिए काफी सारी जगह हैं, बात करें मंदिरों की ..तो देशभर में काफी छोटे-बड़े मंदिर हैं। जिनको लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। हिमाचल में अगर आप धार्मिक जगहों के बारे में सर्च कर रहे हैं तो यहां कई ऐसे मंदिर हैं जो काफी प्राचीन हैं। जहां सालभर लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। 

उन्हीं में से एक है श्री कृष्ण मंदिर, जिसे दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर के रूप में जाना जाता है। ये खूबसूरत मंदिर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में स्थापित है। आइए, जानते हैं इस मंदिर के बारे में..

भारत में सबसे ऊंचा मंदिर 

भारत में भगवान श्रीकृष्ण का सबसे ऊंचा मंदिर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में है। युला कांडा ट्रैकिंग एक ट्रैक का नाम है। आप हिमालय के रास्ते पर पैदल चलकर भगवान कृष्ण को समर्पित दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर तक पहुंच सकते हैं।

 

पांच पांडवों ने किया था झील का निर्माण

झील के बीच में बसा ये मंदिर लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध है। यहां के स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इस झील का निर्माण पांचों पांडवों ने अपने वनवास के दौरान किया था, जो भगवान कृष्ण को समर्पित थी। इसलिए पहाड़ियों के बराबर इतना ऊंचा है श्रीकृष्ण का मंदिर। 

हिमाचल से कैसे पहुंचे किन्नौर

हवाई जहाज- सबसे पास वाला हवाई अड्डा शिमला में है, जो कल्पा से लगभग 267 किमी दूर है। शिमला हवाई अड्डा दिल्ली और कुल्लू से जुड़ा हुआ है। शिमला से किन्नौर के लिए टैक्सियां आसानी से मिल जाएंगी।

ट्रेन- यहां के सबसे पास रेलवे स्टेशन देहरादून इसके अलावा दूसरा रेलवे स्टेशन शिमला है और यह किन्नौर से लगभग 244 किमी दूर है।

सड़क- शिमला और रामपुर से किन्नौर के लिए रोजाना बसें और टैक्सी सेवाएं मिलती हैं। लाहौल और स्पीति से भी आप किन्नौर पहुंच सकते हैं।

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