राशन में कटौती... 350 दुकानें 16 दिनों से बंद, 4 लाख राशन कार्डधारी परेशान
19 व 20 नवंबर को भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत गरियाबंद जिले के दौरे पर आ रहे, ऐसे में यह मामला प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन गया है।
जनजागरुकता ब्रेकिंग
गरियाबंद, जनजागरुकता। शासन ने नवंबर माह के कोटे में राशन में कटौती कर दी है इसलिए जिले की 350 राशन दुकानें 16 दिनों से बंद हैं और हितग्राही परेशान हैं। इससे जिले के 4 लाख राशन कार्डधारी इस माह राशन से वंचित हो गए हैं। 19 व 20 नवंबर को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत गरियाबंद जिले के दौरे पर आ रहे हैं, ऐसे में 16 दिनों से बंद राशन दुकानों का मामला प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन गया है।
गरियाबंद जिले के नवंबर माह के राशन कोटे में भारी कटौती कर राशन भेजा गया है। राशन में 40 से 45 फीसदी मात्रा की कटौती हुई तो राशन दुकान संचालक आधा अधूरा राशन वितरण नकरने की जिद्द पर अड़ गए और दुकानों में तालाबंदी कर दी है। प्रति माह राशन कार्डधारियों को 1 से लेकर 10 तारीख के बीच राशन बंट जाया करता है लेकिन इस बार अब तक नहीं बंटा है।
खाद्य अफसर ने दिया ये तर्क
मामले में सहायक खाद्य अधीकारी रवि कोमर्रा ने बताया कि पिछले 6 साल से आबंटित हो रहे राशन में जो शेष बचत दिखा रहा था, उसमें आटोमेटिक ऑनलाइन कटकर नवंबर के कोटे को भेजा गया है। बचत राशन का क्या हुआ कैसे हुआ, इसकी जानकारी सेल्समैन ही दे सकते हैं।
प्रदेश भर में 13415 दुकानें हैं, 25 फीसदी को छोड़ सभी दुकानें बंद हैं
इधर सेल्समैन संघ के प्रदेश अध्यक्ष कांकेर निवासी रामदेव सिन्हा बताया कि 2016 में जो टेबलेट वितरण किया गया था, वह 4 जी नेटवर्क से चलता था। ऑफलाइन राशन बांट कर उसे ऑनलाइन करने नेटवर्क एरिया में जाना होता था। वितरण मात्रा की कई बार ऑनलाइन कटौती नहीं होती थी। उन्होंने बताया कि 6 साल में यह मात्रा एक दुकान के लिए 80 से 200 क्विंटल तक पहुंच गई और बगैर किसी पूर्व सूचना के अचानक आबंटन में कटौती कर दी गई। ऐसे में आधा अधूरा राशन किसको बांटे। अब वितरण के लिए दबाव बनाया जा रहा लेकिन जब तक पूर्ण आबंटन नहीं दिया जाता वितरण नहीं करेंगे। प्रदेश भर में 13415 दुकानें हैं, कुछ जिलों की 25 फीसदी दुकानों को छोड़ सभी दुकानें बंद हैं।
12 हजार में 4500 क्विंटल चावल कम दिया
देवभोग संघ अध्यक्ष सचिन टांडिया ने कहा कि देवभोग के 54 दुकानों में 12 हजार क्विंटल चावल आना था जिसमें 4500 क्विंटल काट दिया गया है। इसी तरह 300 क्विंटल नमक के कोटे में 255 क्विंटल काट दिया गया। 314 क्विंंटल शक्कर में 271 क्विंटल काट दी गई है। ऐसे में आधे अधूरे राशन का वितरण कर पाना सम्भव नही है।
प्रबंधकों से बात चल रही है- कलेक्टर
मामले में कलेक्टर प्रभात मलिक ने कहा कि बचत राशन के मामले का निराकरण होते तक राशन कटौती न करें, ऐसी रिक्वेस्ट की गई है। जल्द ही बचत राशन का आबंटन आने पर वितरण शुरू करने प्रबंधकों से बात चल रही है।
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