विधायक के बेटे के खिलाफ लूट का मामला दर्ज..
शिकायत के एक दिन बाद मामला दर्ज करने से यह प्रतीत होता है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का मामला हो सकता है।
बेमेतरा, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा (Bemetara) जिले का बिरनपुर गांव (Biranpur village) में 12 अक्टूबर को दशहरे के दिन साजा विधायक ईश्वर साहू (Ishwar Sahu) के बेटे कृष्णा साहू (Krishna Sahu) के खिलाफ मारपीट और गाली-गलौज की शिकायत दर्ज कराई गई थी। यह मामला 15 अक्टूबर को साजा थाने में रिपोर्ट के रूप में दर्ज हुआ। अगले ही दिन विधायक पुत्र कृष्णा साहू (Krishna Sahu) की शिकायत पर मनीष मंडावी, ओम प्रकाश मांडवी, गोविंद मांडवी और तिलेश नेताम के खिलाफ लूट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया।
दरअसल, 12 अक्टूबर को विधायक ईश्वर साहू (Ishwar Sahu) के बेटे कृष्णा साहू (Krishna Sahu) का आदिवासी युवक राहुल ध्रुव से किसी बात पर विवाद हो गया था। जब मनीष मंडावी बीच-बचाव करने पहुंचे, तब कृष्णा साहू ने चूड़े से उनके सिर पर वार कर दिया, जिससे मनीष को गंभीर चोट आई। पीड़ित परिवार ने 14 अक्टूबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की ओर से तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की गई। माना जा रहा है कि राजनीतिक दबाव या विधायक से जुड़े होने के कारण पुलिस ने कार्रवाई में देरी की। जब आदिवासी समाज के नेताओं ने मामले पर दबाव डाला, तब पुलिस ने 15 अक्टूबर को कृष्णा साहू के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद, कृष्णा साहू ने 16 अक्टूबर को मनीष मंडावी और अन्य लोगों पर लूट और धमकी का आरोप लगाते हुए एक और शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार आदिवासी युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
थाना प्रभारी चंद्र देव वर्मा ने बताया कि सभी शिकायतों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। लेकिन इस घटनाक्रम से कई सवाल खड़े हो रहे हैं, जैसे कि यदि लूट और मारपीट की घटना वास्तव में हुई थी, तो शिकायत तुरंत क्यों नहीं की गई? शिकायत के एक दिन बाद मामला दर्ज करने से यह प्रतीत होता है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का मामला हो सकता है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है तथा आगे की जांच जारी है। इस बीच, क्षेत्र के आदिवासी समाज के सदस्यों ने प्रशासन पर मामले को दबाने तथा पीड़ित पर समझौता करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने मामला दर्ज करने में देरी की।
कौन हैं बीजेपी विधायक
पिछले वर्ष आठ अप्रैल को साजा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बिरनपुर गांव (Biranpur village) में सांप्रदायिक हिंसा में ईश्वर साहू (Ishwar Sahu) के एक अन्य पुत्र भुनेश्वर साहू (22) की हत्या कर दी गई थी। राज्य में जब विधानसभा के चुनाव हुए तब भाजपा ने इस घटना को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया था तथा साजा सीट से भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू (Ishwar Sahu) को चुनाव मैदान में उतारा था। साहू ने इस चुनाव में तत्कालीन मंत्री और कांग्रेस के प्रभावशाली कांग्रेस नेता रवींद्र चौबे को हराया था।