संत कबीर ने दिखाया सत्य पर चलने की राह, जयंती पर निकली शोभायात्रा
संत कबीर ने दोहों के माध्यम से प्रेम, सद्भावना और सामाजिक समानता का संदेश दिया। संत कबीर का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक है।
रायपुर, जनजागरुकता। संत कबीर ने दोहों के माध्यम से प्रेम, सद्भावना और सामाजिक समानता का संदेश दिया। संत कबीर का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक है। छत्तीसगढ़ में संत कबीर के जीवनदर्शन का जनजीवन पर गहरा प्रभाव है। संत कबीर का रविवार को प्राकट्य उत्सव मनाया जा रहा है। प्रदेश के कबीर पंथ समाज के लोग भी संत कबीर साहेब प्राकट्य उत्सव को बड़े धूम धाम से मना रहा है। इसी के चलते राजधानी रायपुर के कबीरपंथी समाज ने रविवार को शोभायात्रा निकाली। यह शोभायत्रा रामनगर कबीरकुटीर से निकल कर करमा चौक, तात्यापारा, कंकालीपारा होते हुए कबीर चौक पहुंची।
शोभायात्रा में जुटे कबीर पंथ समाज
इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में कबीर पंथ समाज के लोग शामिल हुए। इस दौरान बच्चे, युवा और महिलाएं संत करीब के संदेशों पर आधारित धुनों पर थिरकती रहीं। वहीं कबीर पंथ के लोग रथ में संत कबीर की विशाल छायाचित्र लगाकर कबीरवाणी का गुणगान करते हुए चल रहे थे।संत कबीर का यह 626वां कबीर प्रगट दिवस है। इस शोभायत्रा में मानिकपुरी युवा मंच के पदाधिकारी भी शामिल हुए।