जिन छोटे उद्योगों का कंपनी एक्ट में पंजीयन नहीं, उनका हो रहा सर्वे

केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने नक्शे के आधार पर सर्वे वाले स्थानों का चयन किया है।

जिन छोटे उद्योगों का कंपनी एक्ट में पंजीयन नहीं, उनका हो रहा सर्वे
छत्तीसगढ़ में भी हो चुका है सेमिनार।

रायपुर संभाग के 160 स्थान भी शामिल, इनमें 40 पॉकेट राजधानी रायपुर और  आसपास के

जनजागरुकता विशेष

नई दिल्ली/रायपुर, जनजागरुकता। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय  (एनएसओ) घरेलू उपयोग व्यय का सर्वे कराएगा। 1 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर तक यह सर्वे पूरे छत्तीसगढ़ में भी चलेगा। हालांकि यह सर्वे पूरे देश के राज्यों में करवाया जा रहा है। उसने इन छोटे उद्योगों को असमाविष्ट क्षेत्र के उद्यमों मेंं रखा है, जिनका कंपनी एक्ट में कहीं पंजीयन नहीं है। इनमें कमीशन एजेंट, निजी अस्पताल, टिकट एजेंट भी शामिल हैं। इस सर्वे में माइनिंग, कृषि और सरकारी एजेंसियों को शामिल नहीं किया गया है। 

केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने नक्शे के आधार पर सर्वे वाले स्थानों का चयन किया है। इनमें रायपुर संभाग के 160 स्थान भी शामिल हैं, जिनमें 40 पॉकेट राजधानी रायपुर और उसके आसपास के हैं। ये वो स्थान हैं जहां सूची में दिए गए कारोबार संचालित होते हैं।   

हमारे प्रदेश में हो चुका है सेमिनार

बताना जरूरी है कि एनएसओ ने छत्तीसगढ़ में 27 से लेकर 29 सितंबर तक सेमिनार आयोजित किया था। अब 1 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर तक यह सर्वे पूरे छत्तीसगढ़ में चलेगा । हालांकि यह सर्वे पूरे देश के राज्यों में करवाया जा रहा है। 

आशंका...सर्वे के आंकड़ों के खेल को ऐसे समझिए

2024 में लोकसभा के चुनाव हैं। आशंका जताई जा रही है कि इस सर्वे से मिले आंकड़ों का खेल चुनाव से पहले प्रारंभ हो जाएगा, हर तबके को आयकर की श्रेणी में लाने की योजना है। यानी मध्यम परिवार अब दो टाइम की रोटी के लिए भी तरस जाएगा। इस सर्वे का खेल देखिए कि इन आंकड़ों के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि इतने रोजगार उपलब्ध करवाए गए हैं जो लाखों करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। janjaagrukta.com