शक्की ब्वाय फ्रेंड ने हथौड़ा मारकर प्राचार्य की कर दी हत्या, थोड़ी देर में अपने को कर दिया सरेंडर
मामला तारबाहर थाना क्षेत्र का है। गर्लफ्रेंड से अवैध संबंध के शक में युवक ने प्राचार्य के घर में घुसकर हमला किया है।
बिलासपुर, जनजागरुकता। न्यायधानी में फिर एक बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है। एक सिरफिरे, शक्की युवक ने घर में घूसकर रात को एक प्राचार्य की हत्या कर दी। उसके बाद युवक ने खुद ही थाने जाकर अपने को समर्पण कर दिया। मामला तारबाहर थाना क्षेत्र का है।
आरोपी के अनुसार उसको शक था कि उसकी गर्लफ्रेंड से प्राचार्य का अवैध संबंध है। इसी शक में डूबा युवक हत्या की प्लानिंग बनाई और घर में घुसकर प्रिंसिपल के सिर पर पहले हथौड़े से 4 बार वार किया। युवक को लगा कि उसकी मौत नहीं हुई, तब उसने सिर में गमला पटक दिया और जाते-जाते गले में ब्लैड मार दिया।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार निराला नगर क्षेत्र के यश बैंक वाली गली में रहने वाले प्रदीप श्रीवास्तव (62) पचपेड़ी स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य थे। उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव भी तिफरा के परसदा स्थित हाईस्कूल में प्राचार्य हैं। घर में दोनों पति-पत्नी रहते थे। इनके दो बच्चे प्रदेश से बाहर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
गुरुवार की रात उनकी पत्नी घर के ऊपरी मकान में थीं। उस समय प्रदीप श्रीवास्तव पोर्च के पास थे। तभी किसी ने उनके सिर पर जोरदार हमला किया। आवाज सुनकर सामने रहने वाले दीपक अग्रवाल की मां और भाई बाहर निकले। तब तक हमलावर भाग गया था। इधर प्रदीप श्रीवास्तव पोर्च में खून से लथपथ पड़े थे।
मृतक प्रदीप श्रीवास्तव
घटना की जानकारी होने पर सामने वाले दीपक अग्रवाल वहां पहुंचे तो स्थिति देख भांप गए और उसने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी। इस दौरान प्रदीप की पत्नी ऊपरी मकान में थी जिन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। दीपक को लगा कि उन्हें बंधक बना लिया गया है। लिहाजा, उसने तत्काल पुलिस और संजीवनी 108 को सूचना दी।
कुछ देर में पुलिस भी मौके पर पहुंची तब तक प्रदीप श्रीवास्तव की पत्नी नीचे आ गई थीं। पुलिसकर्मियों के साथ दीपक ने बाजू की दीवार से कूदकर गेट का ताला खोला। लेकिन, तब तक प्रदीप श्रीवास्तव की मौत हो चुकी थी। हत्या की खबर मिलते ही सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल, टीआई मनोज नायक भी मौके पर पहुंच गए।
लोगों को लगा हत्यारे पीछे से आए थे
हत्या की इस वारदात के बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ कर हत्यारे की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पता चला कि प्रदीप श्रीवास्तव के घर के पीछे दीवार से लगा हुआ सड़क है। ऐसे में पड़ोसियों ने आशंका जताई कि हमलावर युवक पीछे के रास्ते से आया था और हत्या के बाद उसी रास्ते से फरार हो गया।
संदेहियों की जानकारी जुटाती रही पुलिस
घटना के बाद पुलिस की पूछताछ में मृतक प्रदीप के बड़े भाई अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी मां गायत्री देवी के नाम पर पैतृक जमीन है और बाजू की जमीन भी उनके ही नाम पर है, जिस पर कब्जे को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने जमीन विवाद के चलते हत्या के संदेही युवक को भी पकड़ लिया था। लेकिन, उससे पूछताछ में पता चला कि वारदात में वह शामिल नहीं है।
बेटा और बेटी बाहर कर रही पढ़ाई
घटना के बाद पुलिस ने बताया कि प्राचार्य दंपति श्रीवास्तव का एक बेटा और एक बेटी है। बड़ा बेटा अक्षत श्रीवास्तव एमटेक के बाद दिल्ली में एमबीए कर रहा है और बेटी प्रियंका श्रीवास्तव भी एमटेक के बाद मुंबई में एमबीए की पढ़ाई कर रही है। इस वारदात के बाद परिजनों ने उन्हें जानकारी देकर वापस बुलाया है।
पुलिस तलाश कर रही थी कि आरोपी खुद पहुंच गया
वारदात के बाद पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर हत्यारे की जानकारी जुटाने में लगी थी। पुलिस संदेहियों पर नजर रखी थी। इसी दौरान सरकंडा के जोरापारा में रहने वाला उपेंद्र कौशिक (24) तारबाहर थाना पहुंचकर अपने को सरेंडर कर दिया। इस दौरान पुलिस को भरोसा नहीं हो रहा था कि प्राचार्य का हत्यारा यही है। युवक मूलत: सिरगिट्टी क्षेत्र के हरदीकला का रहने वाला है और सरकंडा में रहकर पीटीएम में जॉब करता था।
गर्लफ्रेंड से प्राचार्य के अवैध संबंध का शक था
इधर अपने को सरेंडर के बाद पुलिस की पूछताछ में आरोपी उपेंद्र कौशिक ने बताया कि वह सीएमडी कॉलेज में पढ़ने वाली लड़की से उसकी दोस्ती है। दोनों एक-दूसरे को चाहते हैं। मृतक प्रदीप श्रीवास्तव जांजगीर-चांपा जिले में जब पदस्थ था, तब वह लड़की को पढ़ाते थे। इसके चलते उसके घरवालों ने उसे स्थानीय अभिभावक बनाया था। उपेंद्र को शक था कि प्राचार्य उसकी गर्लफ्रेंड से अवैध संबंध रखता है। इसी शक के कारण वह कुछ दिनों से मानसिक तनाव में था।
आरोपी उपेंद्र कौशिक
प्राचार्य वारदात की रात आरोपी की गर्लफ्रेंड से मिलने गया था
आरोपी ने बताया कि गुरुवार की शाम को उसने प्राचार्य की हत्या करने की योजना बनाई। तैयारी में पहले उसने शनिचरी बाजार से हथौड़ा खरीदा। साथ ब्लेड भी खरीदा। उसी रात को उसकी गर्ल फ्रेंड से मिलने प्राचार्य गए थे। इसी बीच मौका पाकर उपेंद्र उसके घर के बाजू में खाली जमीन में छिपा रहा। जैसे ही प्राचार्य रात में घर पहुंचा और गेट बंद कर अंदर गया। तब उसने पीछे से हथौड़े से सिर में हमला कर दिया, जिससे प्राचार्य जमीन में गिर गया। उसे लगा कि उसकी मौत नहीं हुई है, तब उसने उनके सिर में गमला पटक दिया और फिर गले में ब्लेड से वार किया।
साइको है आरोपी युवक
मामले पर थाना प्रभारी मनोज नायक ने बताया कि जिस तरीके से आरोपी युवक ने वारदात को अंजाम दिया है इससे ऐसा लग रहा है कि आरोपी साइको है। उन्होंने बताया कि प्रदीप श्रीवास्तव उसकी गर्लफ्रेंड के स्थानीय अभिभावक थे। लड़की ने उसे अपने भाई के रूप में उसका परिचय कराया था। लेकिन, लड़की की गतिविधियों की जानकारी हुई, तब प्रदीप उसे मना करने लगे थे। ऐसे में आरोपी युवक को लगा कि प्रदीप श्रीवास्तव लड़की को धमकाकर उससे अलग कर देगा। उसके मन में आशंका थी कि अभिभावक बनकर वह लड़की का शारीरिक शोषण कर रहा है। इसलिए सनकी युवक ने हत्या कर दी।
..ये है प्रदीप श्रीवास्तव का परिवार
प्रदीप श्रीवास्तव अपने 3 भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई डॉ. सुशील श्रीवास्तव अज्ञेय नगर में रहते हैं और भाजपा नेता हैं। वहीं उनका मंझला भाई अशोक श्रीवास्तव बापजी नगर में रहते हैं जो ट्रांसपोर्टर हैं। वे ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।
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