नदियों का रौद्र रूप, 13 से अधिक जिलों के लाखों लोग हुए बाढ़ से प्रभावित..
नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश ने बिहार की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। राज्य की 10 से अधिक नदियां उफान पर हैं, जिससे उत्तर बिहार के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
बिहार, जनजागरुकता डेस्क। नेपाल (Nepal) में लगातार हो रही भारी बारिश ने बिहार (bihar) की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। राज्य की 10 से अधिक नदियां उफान पर हैं, जिससे उत्तर बिहार के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। 13 से अधिक जिलों के लाखों लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं, वहीं एनडीआरएफ की टीमें भी प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जा रही हैं। कई लोगों के घर बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं, और प्रशासन की तरफ से लगातार लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है। लोग अपने जरूरी सामान लेकर दुखी मन से अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर जा रहे हैं।
दरभंगा, मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और मधुबनी जिलों में बाढ़ का व्यापक प्रभाव देखा जा रहा है। शिवहर जिले के तरियानी छपरा में बागमती नदी का तटबंध टूट गया है, वहीं दरभंगा जिले के किरतपुर प्रखंड के भूभौल में भी तटबंध टूटने की खबरें आई हैं। कोसी, बागमती और गंडक नदियां भारी तबाही मचा रही हैं। बिहार सरकार तटबंधों की 24 घंटे निगरानी कर रही है। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि विभाग के तीन अधीक्षण अभियंता, 17 कार्यपालक अभियंता, 25 सहायक अभियंता और 45 कनीय अभियंता लगातार निगरानी और मरम्मत के काम में लगे हुए हैं।