रक्षक ही भक्षक बने- नाबालिग से रेप करने वाले से रुपए लिए, फिर पीड़िता के पिता से भी पुलिसकर्मियों ने रिश्वत ली
आरोपी को बचाने सिपाहियों ने पाॅक्सो एक्ट सहित दुष्कर्म की धाराओं पर कार्रवाई नहीं की। मामला एसपी के पास पहुंचा, तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों आरक्षकों को लाइन अटैच किया गया।
बलौदाबाजार, जनजागरुकता। (Balodabazar News) रक्षक ही भक्षक की भूमिका निभाए तो आखिर पीड़ित किसके पास फरियाद करेंगे। ऐसा ही एक मामला बलौदाबाजार जिले में सामने आया है। मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तब जाकर खुलासा हुआ और दो आरक्षकों को लाइन अटैच किया गया।
कसडोल थाना क्षेत्र के मामले के अनुनसार रेप के आरोपी की मदद का उद्देश्य और पीड़ित परिवार से रिश्वत लेकर अपने कर्तव्य से भागने के मामले में 2 कांस्टेबलों पर पुलिस कप्तान ने कार्रवाई की। पीड़ित की शिकायत पर मामले में आरक्षकों के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया है। आरक्षक अनुराग कोसरिया और लोरिक शांडिल्य को थाने से हटाकर लाइन अटैच कर दिया गया है।
मामले के अनुसार कसडोल क्षेत्र की नाबालिग के पिता ने एसएसपी दीपक झा को लिखित शिकायत में बताया कि उसकी नाबालिग बेटी को आरोपी ने शादी का झांसा देकर भगा ले गया था। फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। पिता ने इसकी शिकायत कसडोल थाने में दर्ज कराई थी।
आरक्षकों पर पीड़ित ने लगाया ये आरोप
पीड़ित का आरोप है कि थाने में पदस्थ आरक्षक अनुराग और लोरिक शांडिल्य ने पाॅस्को एक्ट के तहत दुष्कर्म की धारा न लगाकर सिर्फ 151 की धारा ही लगाई। आरक्षकों ने खुद को एसएसपी का खास बताकर बेटी को खोजकर लाने के एवज में पहले 3 हजार रुपए लिए और फिर बाद में 10 हजार की मांग की। पीड़ित पिता ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि आरक्षकों ने आरोपी से भी रुपए लेकर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की और उसे मदद पहुंचाई।
7 दिनों में करनी है जांच
शिकातय को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी दीपक झा ने दोनों आरक्षकों को थाने से हटाकर मामले की जांच एएसपी अभिषेक सिंह को करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जांच रिपोर्ट 7 दिनों के भीतर सौंपने को कहा है। जांच प्रतिवेदन के बाद दोनों आरक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात एसएसपी ने कही है।