किसानों को मिली बड़ी राहत, तिलहन फसलों के लिए बढ़ी अनुदान राशि..किसानों की आय में होंगी बढ़ोतरी..

जिले में किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बता दें कृषक समग्र विकास योजना (Krishak Samagra Vikas Yojana) के तहत अक्ती बीज संवर्धन योजना के अंतर्गत तिलहन फसलों के बीज उत्पादन एवं वितरण पर अनुदान राशि (grant amount) में वृद्धि करने के प्रस्ताव पर वित्त विभाग (Finance Department) ने मंजूरी दे दी है।

किसानों को मिली बड़ी राहत, तिलहन फसलों के लिए बढ़ी अनुदान राशि..किसानों की आय में होंगी बढ़ोतरी..
किसानों की आय में होंगी बढ़ोतरी..

रायपुर, जनजागरूकता। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य के रायपुर (Raipur) जिले में किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बता दें कृषक समग्र विकास योजना (Krishak Samagra Vikas Yojana) के तहत अक्ती बीज संवर्धन योजना के अंतर्गत तिलहन फसलों के बीज उत्पादन एवं वितरण पर अनुदान राशि (grant amount) में वृद्धि करने के प्रस्ताव पर वित्त विभाग (Finance Department) ने मंजूरी दे दी है। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai) की पहल पर तिलहनी फसलों के लिए बीज उत्पादन और वितरण अनुदान को प्रति क्विंटल 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने की स्वीकृति दे दी है। 

दरअसल, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai) की पहल पर तिलहनी फसलों के लिए बीज उत्पादन और वितरण अनुदान राशि (grant amount) में प्रति क्विंटल 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये वृद्धि करने के प्रस्ताव पर वित्त विभाग (Finance Department) ने मंजूरी दे दी है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने से विशेष रूप से तिलहन फसलों (oilseed crops) के उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। अक्ती बीज संवर्धन योजना की शुरुआत से अब तक बीज उत्पादन और वितरण अनुदान में कोई वृद्धि नहीं की गई थी। अब तिलहन फसलों के बीज उत्पादन एवं वितरण पर प्रति क्विंटल 500 रुपये का अतिरिक्त अनुदान मिलेगा, जो किसानों को बीज की गुणवत्ता सुधारने और उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करेगा।

तिलहन फसलों की खेती को मिलेगा बढ़ावा-

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय  (CM Vishnudev Sai) की इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ-साथ तिलहन फसलों (oilseed crops) की खेती को बढ़ावा है। इस वृद्धि से किसान तिलहन फसलों (oilseed crops) की कृषि के लिए प्रोत्साहित होंगे और तिलहन की अधिक उपज सुनिश्चित करने के लिए बेहतर बीज का भी इस्तेमाल करेंगे। इस पहल से तिलहन फसलों (oilseed crops) की उत्पादकता बढ़ने के साथ ही इससे किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।

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