Health: जानें कैसे हड्डियों को मजबूत रखे, अपनाएं ये 7 उपाय
बता दें बढ़ती उम्र के साथ-साथ हड्डियों की कमजोरी और इससे संबंधित विकारों का जोखिम भी बढ़ने लगता है। ऐसे क्या उपाय किए जा सकते हैं जिससे 50 की उम्र में भी हड्डियां मजबूत बनी रहें और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा भी कम हो सके? जाने हड्डियां मजबूत करने के तरीके।
जनजागरुकता, हेल्थ डेस्क। बढ़ती उम्र के साथ-साथ हड्डियों की कमजोरी और इससे संबंधित विकारों का जोखिम भी बढ़ने लगता है। आर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं के कारण चलना-फिरना, उठना-बैठना भी मुश्किल हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि, लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी से जोखिमों खतरा बढ़ जाता है। हड्डियां मजबूत बनी रहें और इनमें कमजोरी-क्षति न होने पाए इसके लिए आवश्यक है कि, कम उम्र से ही प्रयास किए जाएं।
बता दें आहार में कैल्शियम और विटामिन-डी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करना, नियमित व्यायाम जैसे उपाय करके जोखिमों को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि, हड्डियों की अच्छी सेहत के लिए पौष्टिकता से भरपूर चीजों का सेवन सबसे आवश्यक है। आइए जानते हैं कि ऐसे क्या उपाय किए जा सकते हैं जिससे 50 की उम्र में भी हड्डियां मजबूत बनी रहें और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा भी कम हो सके?
हड्डियों को मजबूत बनाने के 7 उपाय
कैल्शियम युक्त डाइट लें
एक्सपर्ट का कहना है कि हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके लिए रोजाना कम से कम एक गिलास दूध जरूर पिएं। जिन लोगों को दूध पसंद नहीं है वह तिल और रागी जैसे विकल्प को चुनकर शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकते हैं।
विटामिन-डी हैं जरूरी
विटामिन डी को हड्डियों के विकास के लिए जरूरी माना जाता है। शरीर में विटामिन डी की पूर्ति करने के लिए रोजाना कम से कम 15 से 20 मिनट धूप में जरूर बैठें। जहां तक संभव हो धूप में सुबह के समय बैठें। ऐसा कहा जाता है कि सुबह की पहली धूप में ज्यादा विटामिन डी पाया जाता है।
मैग्नीशियम का भी रखें ध्यान
हड्डियों के विकास और उसकी मजबूती के लिए मैग्नीशियम भी बहुत ज्यादा जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि विटामिन डी का सेवन कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। जबकि मैग्नीशियम विटामिन डी का लेवल ठीक रखने में मददगार है। मैग्नीशियम के लिए आप डाइट में बादाम, केला और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल कर सकते हैं।
पौष्टिक आहार जरूरी
अगर आपका आहार पौष्टिक है तो हड्डियों से लेकर सभी अंगों के लिए इसे लाभकारी माना जाता है। आपकी हड्डियों के लिए कैल्शियम से बेहतर कुछ नहीं है। इसके लिए डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए इसके साथ बहुत सारी सब्जियों में भी ये पाया जाता है। आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां-साग जरूर शामिल करें। गहरे रंग के साग में विटामिन-के भी होता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम कर सकता है। इसी तरह नट्स और विटामिन-डी वाली चीजें भी जरूरी हैं। विटामिन-डी के बिना कैल्शियम का अवशोषण नहीं हो पाता है। कम उम्र से ही आहार को ठीक रखकर आप हड्डियों की समस्याओं से बचे रह सकते हैं।
धूम्रपान से बिल्कुल बना लें दूरी
सिगरेट में मौजूद निकोटीन हड्डियों को बनाने वाली कोशिकाओं (ऑस्टियोब्लास्ट) के उत्पादन को धीमा कर देता है, जिससे हड्डियों का प्राकृतिक रूप से क्षरण तो होता रहता है पर नई हड्डियां बन नहीं पाती हैं। धूम्रपान करने से आहार में कैल्शियम का अवशोषण भी कम हो जाता है। हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए इस एक आदत को छोड़ना सबसे जरूरी है। ऑस्टियोपोरोसिस के अधिकतर लोगों में धूम्रपान की आदत देखी जाती रही है।
सॉफ्ट ड्रिंक न पिएं
सॉफ्ट ड्रिंक या सोडा युक्त ड्रिंक का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती है। दरअसल, सॉफ्ट ड्रिंक्स में फॉस्फेट होता है, जो कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर होती हैं और फ्रैक्चर का खतरा भी बढ़ता है। गर्मियों में जिन लोगों को सॉफ्ट ड्रिंक, सोडा या कोला की ज्यादा क्रेविंग होती है वह लस्सी, छाछ और नींबू-पानी जैसे ऑप्शन ट्राई कर सकते हैं।
कोलेजन का करें सेवन
ज्यादातर लोग कोलेजन को स्किन और बालों से जोड़कर देखते हैं, लेकिन यह हड्डियों के लिए भी बहुत जरूरी है। कोलेजन एक प्रोटीन होता है, जो हड्डियों के विकास में भी मददगार है। डाइटिशियन मनप्रीत कालरा का कहना है कि हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सुबह 11 बजे के आसपास कोलेजन पाउडर का सेवन करना चाहिए। आपकी शारीरिक संरचना के हिसाब से कौन सा कोलेजन आपके लिए सही है, इसकी जानकारी आप डॉक्टर से प्राप्त कर सकते हैं।